मोरबी नदी हादसा/अब तक 75 से अधिक शव बरामद /सैंकड़ों लोग फंसे
बचाव कार्य जारी, अंधेरा होने से बचाव कार्य में दिक्कत
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
अहमदाबाद. गुजरात (Gujrat Bridge Collapse))के मोरबी माचू नदी में हुए हादसे में अब तक 75 से ज्यादा लोगों (Morbi river accident, 75 killed so far) की मौत की पुष्टि हुई है. नदी में अब भी बहुत लोगों के फंसे होने के कारण बचाव कार्य तेज कर दिया गया है. अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नदी के पानी में फंसे लोगों को बचाने के लिए खोज और बचाव अभियान जारी है. पुल को 26 अक्टूबर को गुजराती नव वर्ष के अवसर पर मरम्मत और नवीनीकरण के बाद फिर से खोला गया था. अधिकारियों के मुताबिक, पुल इसलिए गिर गया क्योंकि उस पर इतने लोग खड़े हो गए थे कि वजन नहीं उठा सका. ब्रिटिश इंजीनियरिंग का चमत्कार माने जाने वाले स्वतंत्रता-पूर्व केबल से बने पुल को जूल्टो पूल (Joolto Bridge) कहा जाता था और यह मोरबी के पर्यटक आकर्षणों में से एक था.
इस पुल का उद्घाटन पहली बार 20 फरवरी, 1879 को मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेम्पल ने किया था. इसे 1880 में लगभग 3.5 लाख रुपए की लागत से पूरा किया गया था. सारा सामान इंग्लैंड से आया था और इसे दरबारगढ़ को नज़रबाग से जोड़ने के लिए बनाया गया था.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुःख प्रकट किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री को निर्देश दिया है कि बचाव कार्य में तेजी लाएं.मुख्यमंत्री ने इस घटना में प्रत्येक मृतक के परिवारों को चार-चार लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की.
गृह राज्यमंत्री पटेल ने ट्वीट किया, “मैं पीएम के साथ आगे के कार्यक्रमों को छोटा करके गांधीनगर पहुंच रहा हूं. गृह राज्य मंत्री को मौके पर पहुंचने और बचाव कार्यों का मार्गदर्शन करने के लिए कहा गया है. एसडीआरएफ सहित सैनिकों को बचाव कार्यों के लिए लगाया गया है.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना में मारे गए लोगों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की है. घायलों को प्रत्येक घायल को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे. हालांकि इस हादसे में कितने लोग घायल हैं अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है.