HMPV Outbreak चीन से निकले एक और वायरस से दुनिया भर में दहशत, कोविड से भी है ज्यादा घातक

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. चीन से निकले एक और वायरस से दुनिया भर में दहशत मच गई है. यह वायरस कोविड 19 से भी ज्यादा घातक है जो सीधे मानव के फेफड़ों पर अटैक करता है. इस वायरस के कारण चीन के पांच राज्य बुरी तरह से प्रभावित हैं. इसके संक्रमण के कारण सैंकड़ों स्कूली बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पतालों में बेड की कमी पड़ गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ह्यूमेन मेटानिमो वायरस (HMPV) को लेकर दुनिया को आगाह किया है. (Another virus originating from China has created panic in the world, more deadly than Covid19)
भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि हम एचएमपीवी के विस्तार पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह वायरस चीन से निकल कर दूसरे देशों में पहुंचने लगा है. इसलिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए.
ह्यूमेन मेटानिमो वायरस के प्रकोप पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के एक विशेषज्ञ ने शनिवार को कहा कि यह वायरस कोविड-19 की तरह जानलेवा या घातक नहीं है. इतना जरूर है कि कुछ व्यक्तियों में फेफड़ों के संक्रमण का गंभीर कारण बन सकता है.
चीन (China) में यह वायरस तेजी से फैल रहा है और इसे लेकर दुनिया भर में चिंता बढ़ गई है. आइएमए की केरल इकाई के अनुसंधान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डा. राजीव जयदेवन ने कहा कि छोटे बच्चों में एचएमपीवी बहुत आम है और इसके लिए कोई टीका या एंटीवायरल उपचार की सिफारिश नहीं की गई है.
उन्होंने कहा;,”एचएमपीवी कोई जानलेवा वायरस नहीं है. यह ऐसा वायरस नहीं है जो गंभीर निमोनिया का कारण बनता है या कोविड महामारी कि शुरुआती दौर की तरह मौतों की वजह बनता है. वास्तव में यह वायरस छोटे बच्चों में इतना आम है कि लगभग 100 प्रतिशत छोटे बच्चे चार या पांच साल की उम्र तक संक्रमित हो जाते हैं.
विशेषज्ञ ने कहा कि अधिकांश लोगों में एचएमपीवी हल्के लक्षण पैदा करेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि यह कुछ व्यक्तियों में ब्रोंकियोलाइटिस (फेफड़ों में संक्रमण)और अस्थमा के बिगड़ने का कारण बनता है. यह उन लोगों को भी प्रभावित कर सकता है जिन्हें क्रानिकआब्सट्रक्टिव लंग डिजीज जैसी फेफड़ों की बीमारियां हैं.