
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
दीपावली की रात्रि जागरण की रात्रि होती है माना जाता है कि इस दिन माता लक्ष्मी धरती पर आती है और जो भी भक्त रात में जागरण करके सच्चे मन से माता कि आराधना करते है. उनका जीवन खुशियों से भर कर अपने भक्तों के यहां स्थाई रूप से निवास करने लगती है. इस महानिशा कि रात्रि में कोई भी पूजा, जाप, प्रयोग अति शीघ्र फलदायी होता है. वस्तुत: यह रात्रि हमारे सपनों को पूर्ण करने वाली,जीवन में सुख समृद्धि भरने वाली, सभी संकटों से रक्षा करने वाली हर प्रकार से रिद्धि सिद्धि प्रदान करने वाली है. अत: जो भी भक्त अपने जीवन में सुखद,स्थाई परिवर्तन लाना चाहते है उन्हें इस रात को जागकर इसका पूर्ण लाभ अवश्य ही उठाए. यहां पर कुछ बहुत ही आसान मंत्रो के प्रयोग बताया जा रहा है जिसके जाप करने से जातक को उसके अभीष्ट लाभ की निश्चय ही प्राप्ति होगी-
दीवाली एक पवित्र त्योहार है. इस दिन का जितना धार्मिक महत्व है उतना ही इसका तांत्रिक महत्व भी है. दिवाली पर किए गए कुछ टोटके आपकी किस्मत बदल सकतें है. साथ ही साथ आपको कभी भी धन की कमी नहीं होगी. इन उपायों को आप दिवाली की रात तो कर सकतें है. ध्यान रहे इन उपायों को विशवास के साथ करें. इससे आपको जल्दी फायदा हो सकता है.
मंदिर में करें दीप दान –
लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आप दीवाली की रात में एक दीया किसी भी मंदिर में जाकर जलाएं. इस टोटके से धन की कमी पूरी होती है.
घर के दरवाजे पर दीया-
दीवाली की रात में घर के मेन गेट यानि मुख्य दरवाजे के दोनो तरफ पर दीया जलाएं. इस उपाय से देवी लक्ष्मी आपके उपर कृपा करती हैं.
अखंड दीपक का महत्व –
घर के मंदिर में दीवाली के दिन आप रात के समय में एक अखंड़ दीया जलाएं.जो सुबह तक जलता रहे. इस टोटके से घर में कभी पैसों की कमी नहीं होगा.
इन उपायों से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त
करें.
दीपावली पर लक्ष्मी पूजन में हल्दी की गांठ भी रखें. पूजन पूर्ण होने पर हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है.
दीपावली के दिन घर से निकलते ही यदि कोई सुहागन स्त्री लाल रंग की पारंपरिक ड्रेस में दिख जाए तो समझ लें आप पर महालक्ष्मी की कृपा होने वाली है. यह एक शुभ शकुन है. ऐसा होने पर किसी जरूरतमंद सुहागन स्त्री को सुहाग की सामग्री दान करें.
दीपावली की रात में लक्ष्मी और कुबेर देव का पूजन करें और यहां दिए एक मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें.
मंत्र: ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रववाय, धन-धान्यधिपतये धन-धान्य समृद्धि मम देहि दापय स्वाहा.
दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए. इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है. मां लक्ष्मी घर में आती हैं.
महालक्ष्मी के पूजन में गोमती चक्र भी रखना चाहिए. गोमती चक्र भी घर में धन संबंधी लाभ दिलाता है. यदि संभव हो सके तो दीपावली की देर रात तक घर का मुख्य दरवाजा खुला रखें.
महालक्ष्मी के पूजन में पीली कौड़ियां भी रखनी चाहिए. ये कौडिय़ा पूजन में रखने से महालक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती हैं. आपकी धन संबंधी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी.
दीपावली की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक थोड़ा बड़ा घी का दीपक जलाएं, जिसमें नौ बत्तियां लगाई जा सके. सभी 9 बत्तियां जलाएं और लक्ष्मी पूजा करें.
दीपावली के दिन झाड़ू अवश्य खरीदना चाहिए. पूरे घर की सफाई नई झाड़ू से करें. जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रखना चाहिए.
प्रथम पूज्य श्रीगणेश को दूर्वा अर्पित करें. दूर्वा की 21 गांठ गणेशजी को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. दीपावली के शुभ दिन यह उपाय करने से गणेशजी के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है.
महालक्ष्मी के पूजन में दक्षिणावर्ती शंख भी रखना चाहिए. यह शंख महालक्ष्मी को अतिप्रिय है. इसकी पूजा करने पर घर में सुख-शांति का वास होता है.
महालक्ष्मी के चित्र का पूजन करें, जिसमें लक्ष्मी अपने स्वामी भगवान विष्णु के पैरों के पास बैठी हैं.ऐसे चित्र का पूजन करने पर देवी बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं. दीपावली के पांचों दिनों में घर में शांति बनाए रखे.
दीपावली पर ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान करते समय नहाने के पानी में कच्चा दूध और गंगाजल मिलाएं .स्नान के बाद अच्छे वस्त्र धारण करें और सूर्य को जल अर्पित करें. जल अर्पित करने के साथ ही लाल पुष्प भी सूर्य को चढ़ाएं. किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज का दान करें.
महालक्ष्मी को तुलसी के पत्ते भी चढ़ाने चाहिए. लक्ष्मी पूजा में दीपक दाएं, अगरबत्ती बाएं, पुष्य सामने व नैवेद्य थाली में दक्षिण में रखना श्रेष्ठ रहता है.
दीपावली पर श्रीयंत्र के सामने अगरबत्ती व दीपक लगाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें. फिर श्रीयंत्र का पूजन करें और कमलगट्टे की माला से महालक्ष्मी के मंत्र: ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: का जप करें.
घर के मुख्य द्वार पर कुमकुम से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं.द्वार के दोनों ओर कुमकुम से ही शुभ-लाभ लिखें.
लक्ष्मी पूजन में सुपारी रखें.सुपारी पर लाल धागा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि पूजन सामग्री से पूजा करें और पूजन के बाद इस सुपारी को तिजोरी में रखें.
दीपावली पर लक्ष्मी का पूजन करने के लिए स्थिर लग्न श्रेष्ठ माना जाता है.इस लग्न में पूजा करने पर महालक्ष्मी स्थाई रूप से घर में निवास करती हैं.-पूजा में लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और श्रीयंत्र रखना चाहिए.
“ॐ श्रीं ह्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:॥”
“ॐ श्रीं श्रियै नम: स्वाहा।”
साथ ही व्यापार में लगातार उन्नति हेतु दीपावली के दिन हल्दी की 11 गांठों को पीले कपड़े लपेट कर नीचे दिए गए मंत्र की 11 माला का जाप कर उसे धन स्थान पर रखकर रोज़ धूप दिखाने से व्यापार में लगातार उन्नति होने लगती है.
“ॐ वक्रतुण्डाय हुं”
ज्योतिष सेवा केन्द्र
ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री
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