उत्तर प्रदेश में बड़े फेरबदल की तैयारी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का इस्तीफा तय,
केशव प्रसाद के बयान से गरमाई अंदरुनी राजनीति
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने पर पहली गाज उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पर गिरने जा रही है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से केशव प्रसाद मौर्या की मुलाकात के बाद पार्टी प्रदेश में बड़ा फेरबदल करने का मन बनाया है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को इस्तीफा देने के कह दिया गया है. इस बीच उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने बयान देकर सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल उठा दिया है. केशव प्रसाद मौर्या के दिल्ली दौरे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुर्सी जाने पर चर्चा गर्म हो गई है. (Preparations for a big reshuffle in Uttar Pradesh, resignation of state BJP president confirmed)
उत्तर प्रदेश भाजपा कार्य समिति की बैठक के दौरान जे पी नड्डा की मौजूदगी में मौर्या ने बयान दिया था संगठन सरकार से बड़ा है. हर कार्यकर्ता भाजपा का गौरव है. संगठन से सरकार बड़ी नहीं हो सकती है. लोकसभा चुनाव अपेक्षित परिणाम नहीं मिला लेकिन 2027 के चुनाव में भाजपा फिर से जीत हासिल करेगी. भाजपा के कार्यकर्ता हमारे गौरव हैं. वे सरकार से बड़े थे, बड़े हैं और बड़े रहेंगे.
पूरे प्रदेश में भाजपा की हार पर संगठन लगातार मंथन कर रहा है. हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है. प्रशासनिक स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं होने से कार्यकर्ताओं में गहरी निराशा व्याप्त है. दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को खुली छूट दे रखी है. इसलिए प्रशासनिक महकमा विधायकों की भी बात नहीं सुन रहा है. विधायक कार्यकर्ताओं का कोई काम कराने में खुद को बेबस पा रहे हैं.
जल्द ही प्रदेश सरकार और संगठन में बड़ा बदलाव हो सकता है.ज्यादातर विधायकों का मानना है कि प्रशासन की नकेल कसने की जरूरत है. पार्टी की जीत में छोटे कार्यकर्ता जीत में अहम भूमिका निभाते हैं. थाने पर भी भाजपाइयों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. केशव प्रसाद मौर्या का बयान इसी ओर इशारा कर रहा है कि यदि बदलाव नहीं हुआ तो पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.