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मुंबई मनपा का चुनाव अकेले लड़ेंगी शिवसेना यूबीटी, राउत के बयान से एमवीए टूट की ओर

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. शिवसेना यूबीटी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी मुंबई में अकेले चुनाव लड़ेंगी. पुणे में पत्रकारों से बातचीत करते हुए संजय राउत ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता स्थानीय निकाय चुनावों में संगठन को अकेले चुनाव लड़ने पर जोर दे रहे हैं, क्योंकि लोकसभा या राज्य विधानसभा चुनावों की तुलना में इस बार अधिक उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा रहेगी. (Shivsena UBT will fight Mumbai Municipal elections alone, MVA is heading towards split due to Raut’s statement)
उन्होंने कहा, “उद्धव ठाकरे और अन्य पार्टी नेताओं के बीच बीएमसी चुनावों के लिए (अकेले लड़ने के बारे में) बातचीत चल रही है. कार्यकर्ता चाहते हैं कि पार्टी अकेले चुनाव लड़े.  शिवसेना उबाठा द्वारा महाविकास आघाड़ी से अलग रुख रखने के कारण अब गठबंधन टूटने कू कगार पर पहुंच गया है.
 कांग्रेस के साथ जाने से पार्टी को नुकसान 
वर्ष 2017 में हुए मनपा चुनाव में शिवसेना 84 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. पिछले 25 वर्षों से मुंबई महानगरपालिका पर शिवसेना का ही कब्जा रहा है. हालांकि पार्टी विभाजित होने के बाद आधे ज्यादा पूर्व नगरसेवक शिंदे गुट के साथ चले गए हैं. विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना यूबीटी अब हिंदुत्व के मुद्दे पर लौटती नजर आ रही है.
अविभाजित शिवसेना ने 1997 से 2022 तक लगातार 25 वर्षों तक देश की सबसे समृद्धशाली बीएमसी पर शासन किया. बीएमसी के पिछले निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल मार्च 2022 की शुरुआत में समाप्त हो गया, और अब लगभग तीन वर्षों बाद चुनाव होने हैं.
राउत ने कहा कि मुंबई में पार्टी की ताकत निर्विवाद है. उन्होंने कहा, “अगर हमें मुंबई में (विधानसभा चुनावों के दौरान) लड़ने के लिए अधिक सीटें मिलतीं, तो हम उन्हें जीत लेते.  उन्होंने दावा किया कि मुंबई को जीतना जरूरी था, अन्यथा शहर महाराष्ट्र से अलग हो जाता.
शिवसेना ने मुंबई में 24 सीटों पर चुनाव लड़ा और 10 पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और तीन पर जीत हासिल की, तथा एनसीपी (शरद पवार) दो सीटों पर चुनाव लड़ा और एक भी नहीं जीत सकी. राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की अन्य महानगरपालिकाओं में एमवीए के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा जाएगा.
  कांग्रेस ने कहा हम भी तैयार 
 लेकिन महाविकास आघाड़ी दल संजय राउत के बयान पर विफर गए हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि हम भी मुंबई महानगरपालिका चुनाव अकेले लड़ने के लिए तैयार हैं. वैसे कांग्रेस की हालत मुंबई में खराब हो गई है. पिछली बार कांग्रेस के 27 नगरसेवक चुनकर आए थे अब पार्टी के पास केवल मुस्लिम नगरसेवक ही बचे हैं. बाकी सब पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टियों में शामिल हो गए हैं.

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