
उपायुक्त हर्षद काले करेंगे हादसे की जांच
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Mumbai fire: ताड़देव स्थित सचिनम हाईट्स में शनिवार सुबह 7.28 बजे लगी (fire at sachinam haights tardeo 2022) आग में 6 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में 29 लोग घायल हो गए. बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने इस हादसे की जांच का आदेश दिया है. कमिश्नर ने बीएमसी जोन 2 के उपायुक्त हर्षद काले की अध्यक्षता वाली चार सदस्सीय समिति का गठन किया है जो हादसे की जांच कर 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
सचिनम् हाईट्स में लगी आग में 6 लोगों की मौत पर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. मुंबई में आग रोकने में विफल रहने पर बीएसएफ और फायर ब्रिगेड सोशल मीडिया के निशाने पर आ गया है. राजनीति दलों से लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसे बीएमसी की लापरवाही बता रहे हैं.
मुंबई महानगर पालिका में विरोधी पक्ष नेता रविराजा ने ने अपने बयान में कहा है कि बीएमसी आम मुंबईकरों से फायर टैक्स भी वसूलती है. लेकिन उनको सुरक्षा देने में फेल हो गई है. मुंबई में हर महीने आग की बड़ी दुर्घटनाओं में लोगों की मौत हो रही है. फायर ब्रिगेड की लापरवाही के कारण ऐसा हो रहा है. फायर ब्रिगेड का काम करने का तरीका ठीक नहीं है. वे सोसायटियों में जाकर फायर सेफ्टी की जांच नहीं करते. नोटिस देकर चले आते हैं और पैसा मिलने के बाद मुंह बंद कर लेते हैं. हर 6 महीने में फायर सेफ्टी की जांच होनी चाहिए. सोसायटी में यह जाकर देखा जाना चाहिए कि वहां लगे फायर उपकरण काम कर रहे हैं या नहीं लेकिन फायर विभाग सेफ्टी मेजर देखने के बजाय भ्रष्टाचार में लिप्त हैं.
हर्षद काले को जांच की जिम्मेदारी
सचिनम हाईट्स में लगी आग हादसे की जांच की जिम्मेदारी जोन 2 के बीएमसी उपायुक्त हर्षद काले करेंगे. कमिश्नर चहल ने कहा है कि चार सदस्सीय समिति आग लगने के कारणों की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी. इस समिति में डी विभाग के सहायक आयुक्त, चीफ इंजिनियर (यांत्रिक व विद्युत) डेप्युटी चीफ इंजिनियर (बिल्डिंग प्रपोजल) और फायर ब्रिगेड के अधिकारी उनका जांच में सहयोग करेंगे.
223 हाईराइज इमारतों की हुई जांच
आगजनी के मामले में बीएमसी पर सोशल मीडिया पर जम कर टिप्पणी की जा रही है. आटीआई एक्टविस्ट अनिल गलगली ने बीएमसी से कितने इमारतों का फायर ऑडिट किया है इसकी जानकारी मांगी थी. लेकिन 32 महीना बीतने के बाद भी फायर ब्रिगेड ने कोई जानकारी नहीं दी. अब आग मामले में टिप्प्णी झेल रहे फायर ब्रिगेड ने बताया है कि उसने 18 नवंबर 2021 से 8 जनवरी 2022 तक 223 हाईराइज इमारतों की फायर ऑडिट की है.