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धनुष बाण कोई छीन नहीं सकता पत्रकार परिषद में बोले उद्धव ठाकरे

उद्धव ठाकरे ने दिया शिवसेना पदाधिकारियों को निर्देश

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
ShivSena Crisis:मुंबई विरोधी खेमे की तरफ से शिवसेना का चुनाव चिन्ह धनुष बाण छीनने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन उसे कोई छीन नहीं सकता. विधानसभा की कार्यवाही अलग होती है और पार्टी का कार्य अलग होता है. कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए हम काम करते रहते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज पत्रकार परिषद में कहा कि लोग चले जाएं लेकिन पार्टी बरकरार रहेगी
जिस तरह से बागी नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी से 40 विधायकों को तोड़ कर शिवसेना को राज्य की सत्ता से बेदखल कर दिया. उसी तरह कहीं अदालत स्तर शिवसेना को झटका न लग जाए. इन सभी प्रक्रियाओं में उन्हें दी जाने वाली मदद को देखकर शिवसेना के चुनाव चिन्ह  धनुष बाण को हटाने की कोशिश की जाएगी. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे  (Uddhav Thackeray)ने पार्टी पदाधिकारियों से अपील की है कि कम समय में पार्टी को जो भी नया चुनाव चिन्ह मिलेगा ( Do not be inattentive, be prepared for the new election symbol) उसे पाने के लिए पहले से तैयारी करें.
एकनाथ शिंदे विद्रोही  गुट ने शिवसेना ठाकरे गुट के 15 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता कार्रवाई की मांग की है. विधानसभा अध्यक्ष ने संकेत भी दिए हैं कि ठाकरे गुट के सदस्यों की सदस्यता जा सकती है. शिंदे समूह ने इस कार्रवाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है और याचिका पर 11 जुलाई को सुनवाई होगी. हालांकि, अपात्र विधायकों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले ही एकनाथ शिंदे गुट और बीजेपी सरकार सत्ता में आ गई है.
एकनाथ शिंदे गुट और भाजपा ने नए विधानसभा अध्यक्ष की नियुक्ति कर शिवसेना को मात दे दी है. इसी पृष्ठभूमि में उद्धव ठाकरे ने शिवसेना पदाधिकारियों की बैठक ली है. ठाकरे ने कहा कि शिंदे गुट और भाजपा दोनों ही शिवसेना को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. और उनके प्रयासों को अदालती स्तर पर समर्थन मिल रहा है. अगले कुछ दिनों में एकनाथ शिंदे गुट शिवसेना से अलग हुए 16 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता कार्रवाई कराने का हर संभव प्रयास करेगा. वे शिवसेना का चुनाव चिन्ह भी धनुष बाण भी पाने की पूरी कोशिश करेंगे. शिवसेना इसे विफल करने की पूरी कोशिश कर रही है. वह लगातार मुंबई के साथ-साथ दिल्ली में भी कानूनी विशेषज्ञों से लड़ रहे हैं. लेकिन दुर्भाग्य से अगर शिवसेना का प्रयास विफल हो जाता है, तो उद्धव ठाकरे ने पदाधिकारियों को आदेश दिया है कि जो भी नया चुनाव चिन्ह आएगा उसे स्वीकार करें और इसे जल्द से जल्द तैयार कर लें. उन्होंने कहा, ” मेरी तबीयत ठीक है, अब हम हर दिन शिवसेना भवन में उपलब्ध रहूंगा.” उन्होंने पदाधिकारियों को चेतावनी देते करते हुए कहा कि वह विरोधियों से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं.
    सुप्रीम कोर्ट में 11 जुलाई को विधायकों के मामले की सुनवाई होगी. इससे पहले अगले दो दिनों में उद्धव ठाकरे सोशल मीडिया पर आम जनता से बातचीत करेंगे  समझा जाता है कि सुनवाई का नतीजा तय करेगा कि देश में लोकतंत्र है या नहीं.

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