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लोकसभा संसदीय कार्यालय पर शिंदे गुट का कब्जा
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट को लगा एक और झटका

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
दिल्ली. दिल्ली स्थित लोकसभा संसदीय कार्यालय पर शिंदे गुट का कब्जा (Shinde faction occupied Lok Sabha parliamentary office)
हो गया है. लोकसभा में मान्यता मिलने के बाद शिंदे गुट ने लोकसभा अध्यक्ष से कार्यालय आवंटित करने की मांग की थी जिसे आज मान्यता मिल गई. लोकसभा अध्यक्ष के निर्णय को असंवैधानिक बताते हुए शिवसेना उद्धव गुट के सांसदों ने कल ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. बगावत के बाद से यह उद्धव ठाकरे के लिए एक और बड़ा झटका माना जा रहा है.
हो गया है. लोकसभा में मान्यता मिलने के बाद शिंदे गुट ने लोकसभा अध्यक्ष से कार्यालय आवंटित करने की मांग की थी जिसे आज मान्यता मिल गई. लोकसभा अध्यक्ष के निर्णय को असंवैधानिक बताते हुए शिवसेना उद्धव गुट के सांसदों ने कल ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. बगावत के बाद से यह उद्धव ठाकरे के लिए एक और बड़ा झटका माना जा रहा है.
एकनाथ शिंदे ने विधायकों के बाद सांसदों का अलग ग्रुप बनाया है. शिंदे समूह में 12 सांसद शामिल हैं. लोकसभा अध्यक्ष ने उनके समूह को पहले ही मंजूरी दी थी. अब शिंदे गुट संसद में शिवसेना के कार्यालय पर भी कब्जा जमा लिया है.
19 जुलाई को शिवसेना के इन 12 सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर असली शिवसेना होने का पत्र सौंपा था. इस पत्र में मांग की गई थी कि राहुल शेवाले को लोकसभा में गुट का नेता और भावना गवली को मुख्य सचेतक चुना जाए. इस मांग को लोकसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया था.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शेवाले को समूह नेता और भावना गवली को डिप्टी के रूप में मंजूरी दी थी. इससे शिवसेना के शेष 6 सांसदों की मुश्किल बढ़ गई हैं. शिवसेना के इन 6 सांसदों को लोकसभा में भावना गवली का व्हिप स्वीकार करना होगा. व्हिप नहीं मानने पर इन 6 सांसदों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है.