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90 दिन – 13 शिकार, आखिरकार कैद में आया नरभक्षी बाघ
अब पिंजरे में ही रहेगा आदमखोर सीटी -1

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
नागपुर. 90 दिन में 13 नागरिकों का शिकार करने (90 days – 13 hunting, finally the cannibal tiger in captivity) वाला नरभक्षी बाघ सीटी -1 को आज कैद कर लिया गया. इस आदमखोर बाघ ने गढ़चिरौली, चंद्रपुर और भंडारा जिलों में हाहाकार मचा रखा था. वन विभाग को पिछले तीन महीने से चकमा दे रहे इस बाघ को पकड़ने के लिए ताडोबा में विशेष टीम लगी हुई थी लेकिन नतीजा शून्य ही रहा. आखिरकार इस बाघ को सफलतापूर्वक कैद कर लिया गया है.
भंडारा जिले के साथ गढ़चिरौली, वर्धा, नागपुर जिलों में 13 लोगों का शिकार करने वाले नरभक्षी सीटी-1 बाघ को गढ़चिरौली जिले के वडसा में कैद में डाल दिया गया है. इस आदमखोर बाघ के कारण क्षेत्र के नागरिकों में बहुत दहशत फैल गई थी. इसलिए नागरिक बाघ को जल्द से जल्द पकड़ कर कैद करने की मांग कर रहे थे. इसे पकड़ने के लिए वन विभाग भी काफी प्रयास कर रहा था अब अंतत: यह प्रयास सफल रहा.
आज सुबह की गई इस कार्रवाई से वन विभाग के साथ-साथ नागरिकों को बड़ी राहत मिली है. इस बाघ ने दो दिन पहले देसाईगंज के पास एक गाय पर हमला किया था. इसलिए ताडोबा से बुलाई गई वन विभाग की एक टीम बाघ पर नजर रख रही थी क्योंकि उसे यकीन था कि बाघ फिर से वहीं आ जाएगा. बाघ को लुभाने के लिए पास में ही एक अन्य गाय को रखा गया था.
आज सुबह यह आदमखोर बाघ विशेष टीम के बिछाये जाल में फंस गया. जब बाघ वहां दुबारा पहुंचा तो शूटर टीम ने उसे बेहोशी का इंजेक्शन लगा कर बेहोश कर दिया इस आदमखोर बाघ को अब पिंजरे में बंद कर दिया गया है. आदमखोर बाघ के पकड़ जाने पर क्षेत्र और आसपास के जिलों के नागरिकों ने अब राहत की सांस ली है.