सागरमाला परियोजना के अंतर्गत चार केंद्रों की स्वीकृति
मुंबई के रेडियो क्लब के पास अपोलो बंदर में नई जेट्टी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. केंद्र सरकार ने सागरमाला परियोजना (Approval of four centers under Sagarmala project) के तहत महाराष्ट्र में चार नई जेट्टी परियोजनाओं को मंजूरी दी है. इनमें मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया रेडियो क्लब अपोलो बंदर, जंजीरा बंदर, पद्मदुर्ग बंदर और सुवर्णदुर्ग बंदरगाह शामिल हैं. इस पहल से राज्य में जल यातायात बढ़ेगा और इससे यात्रियों, मालवाहकों और पर्यटकों को लाभ होगा. बंदरगाह एवं खनन मंत्री दादाजी भुसे ने बताया कि जल परिवहन शुरू होने से सड़क पर यातायात की भीड़ कम होगी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मार्गदर्शन में बंदरगाह और खनन मंत्री दादाजी भुसे ने राज्य में बंदरगाहों को विकसित करने की पहल की है. इसके लिए 11 सितंबर 2022 को केंद्रीय बंदरगाह,जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल से अनुरोध किया गया था. केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने इन चारों परियोजनाओं को मंजूरी दी है. सागरमाला परियोजनाओं की लागत का 50 प्रतिशत राज्य सरकार और 50 प्रतिशत केंद्र सरकार वहन करेगी. केंद्र सरकार ने इन चार परियोजनाओं के लिए 312 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं. दादा भुसे ने परियोजना को मंजूरी देने के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया है.
भुसे ने कहा कि जंजीरा किले (मुरुड में) में जेट्टी और ब्रेक वॉटर का निर्माण, पद्मदुर्ग (मुरुड में) और सुवर्णदुर्ग (दापोली में) में जेट्टी का निर्माण के अलावा गेट ऑफ इंडिया में रेडियो क्लब में नई जेट्टी का निर्माण कार्य 2025 तक पूरा किया जाएगा.
रेडियो क्लब पर बनेगा स्काई वॉक वे
मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के बगल में रेडियो क्लब जेट्टी का निर्माण किया जाएगा. इस जगह पर 100 कारों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होगी. पर्यटकों के देखने के लिए स्काईवॉक वे भी बनाया जाएगा.
मुंबई में ट्रैफिक कंजेशन होगा कम
दादा भुसे ने कहा कि अभी मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास केवल पांच यात्री नौकाएं खड़ी की जा सकती हैं. इस परियोजना की मंजूरी से नए बंदरगाह पर 20 नावों को समायोजित किया जा सकेगा. इससे नागरिकों, यात्रियों और पर्यटकों को सुविधा होगी. सभी यात्री नौकाओं को गेटवे से लॉन्च किया जा सकता है. इससे मुंबई में यातायात की भीड़ को कम करने में मदद मिलेगी.
कनेक्टिविटी में सुधार
सागरमाला परियोजनाओं में मौजूदा बंदरगाहों और टर्मिनलों का आधुनिकीकरण, नए बंदरगाहों, टर्मिनलों, रो-रो और पर्यटन जेट्टी , बंदरगाह कनेक्टिविटी में वृद्धि, अंतर्देशीय जलमार्ग , लाइटहाउस पर्यटन, बंदरगाहों के आसपास औद्योगीकरण, कौशल विकास , प्रौद्योगिकी केंद्र आदि शामिल हैं.




