अगले वर्ष से बेस्ट की टैक्सी सेवा, ओला उबेर की मनमानी पर रोक
बेस्ट की सस्ती टैक्सी सर्विस के आगे सब की छुट्टी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई को दूसरी लाइफ लाइन कही जाने वाली बेस्ट बसों के बेड़े में अगले वर्ष से 6000 बसें हो (BEST TAXi Service from Next Year) जाएंगी. मुंबईकरों को सस्ती दर पर (5 रुपए) में यात्रा की सुविधा देने वाला बेस्ट उपक्रम अगले वर्ष से मुंबई में टैक्सी सेवा शुरू करने जा रहा है. मुंबई में वर्तमान में चल रही टैक्सी काली पीली, ओला,उबेर से बेस्ट टैक्सी की सेवा सस्ती रहने वाली है. पीक ऑवर में यात्रियों से मनमाना किराया वसूलने वाले ओला, उबेर को तगड़ा झटका मिलने वाला है.
बेस्ट महाप्रबंधक लोकेश चंद्र (Lokesh Chandra) ने ‘इनसाइट न्यूज स्टोरी‘ को बताया कि मुंबई में बेस्ट की टैक्सी सेवा की योजना मूर्त रूप ले चुकी है. बेस्ट उपक्रम में अधिकारियों की लगभग 100 कारों को इलेक्ट्रिक में बदल कर इसकी शुरुआत कर दी गई है. इसी तरह अगले वर्ष बेस्ट के पास 50 इलेक्ट्रिक टैक्सियां प्राप्त हो जाएंगी. जैसे जैसे हमारे पास नई टैक्सी आती जाएगी उसे पब्लिक की सेवा में उपलब्ध करा दिया जाएगा.
मकर संक्रांति से 50 डबल डेकर बसें
बेस्ट महाप्रबंधक लोकेश चंद्र ने बताया कि अगले वर्ष 14 जनवरी नये वर्ष में 50 नई डबल डेकर बसें शुरू कर दी जाएंगी. अभी बेस्ट के बेड़े में 45 डबल डेकर बसें हैं. यह बसें डीजल से चलती हैं. नई डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसें आने के बाद इसे रिप्लेस कर दिया जाएगा.
वाटर टैक्सी चलाने पर विचार
लोकेश चंद्र ने बताया कि शिपिंग मंत्रालय मेरीटाइम बोर्ड के साथ मिल कर सागरमाला परियोजना पर काम कर रहा है. मुंबई एवं एमएमआर में कई स्थानों पर जेट्टी का निर्माण चल रहा है. वाटर टैक्सी ऑपरेट करने के लिए सरकार ने हमें प्रपोजल दिया है. उस प्रपोजल पर हमारा विचार चल रहा है. हमारे पास वाटर टैक्सी चलाने के संसाधन और मैन पावर उपलब्ध हैं. जल्द ही अपनी रिपोर्ट हम सरकार को सौंप देंगे.
यात्रियों की संख्या 45 लाख बढ़ाने का लक्ष्य
बेस्ट की बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ रही है. वर्तमान में यात्रियों की संख्या बढ़ कर 35 लाख हो गई है. बेस्ट के बेड़े में 3600 बसें हैं. अगले वर्ष बसों की संख्या बढ़ कर 6000 हो जाएंगी. एक लाख की जनसंख्या पर 60 बसों की आवश्यकता पड़ती है. अभी हमारे पास मुंबई की जनसंख्या के अनुपात में केवल 22 बसें हैं. अगले वर्ष तक बेस्ट बसों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ा कर 40- 45 लाख ले जाने का लक्ष्य तय किया है. मेट्रो के नए रुट शुरू हो रहे हैं. उन नये रुट पर बसों का संचालन करने से रेवेन्यू बढ़ेगा.