मुंबई,ठाणे में बिना फार्मासिस्ट के चल रहे 200 मेडिकल स्टोर्स
मरीजों की जान से खिलवाड़ करते मेडिकल स्टोर्स पर एफडीए अधिकारियों का आशीर्वाद

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई और ठाणे में रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट ( pharmacists ) के बिना 200 मेडिकल स्टोर्स चलाए जाने का खुलासा हुआ है. (Medical Store) आधी अधूरी जानकारी के इन मेडिकल स्टोर्स में मरीजों को दवाईयां दी जा रही हैं. यह मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ है. बिना फार्मासिस्ट के इतनी बड़ी संख्या में मेडिकल स्टोर्स चलाने में एफडीए अधिकारियों के आशीर्वाद के बिना संभव नहीं है. क्योंकि इसकी जानकारी एफडीए अधिकारियों को होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. (200 medical stores running without pharmacists in Mumbai, and Thane)
महाराष्ट्र फूड एंड ड्रग्स लाइसेंस होल्डर फाउंडेशन ने 200 मेडिकल स्टोर्स की सूची प्रकाशित की है. जिसमें बताया गया है कि यह मेडिकल स्टोर्स बिना फार्मासिस्ट के चलाए जा रहे हैं. मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट को इसलिए रखा जाता है कि उन्हें दवाएं और उनके कंपोनेंट्स के बारे में पूरी जानकारी रहती है. एम फार्मा, बी फार्मा और डी फार्मा डिग्री वाले मेडिकल स्टोर्स पर फार्मासिस्ट के तौर पर काम कर सकते हैं. लेकिन फार्मासिस्ट को वेतन देने से बचने के लिए मेडिकल स्टोर संचालक ऐसे लोगों को काम पर रखते हैं जिन्हें दवाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है.
इसकी जानकारी एफडीए को होने के बाद भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. यह बहुत गंभीर विषय है. जिन पर नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी है वही नियमों की अनदेखी कर मेडिकल स्टोर संचालकों पर आशिर्वाद बनाए हुए हैं. इन मेडिकल स्टोर्स से खरीदी गई दवाओं से यदि किसी को गंभीर शिकायत होती है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. मेडिकल स्टोर्स पर ऐसे लोग रखे गए हैं जिन्हें डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन भी ठीक से पढ़ने नहीं आता.
इसलिए यदि आप किसी मेडिकल स्टोर्स पर दवाएं खरीदने जाते हैं तो पहले फार्मासिस्ट है की नहीं इसकी जानकारी अवश्य जुटा लें. कई बार मेडिकल स्टोर्स फार्मासिस्ट का सार्टिफिकेट टांग देते हैं लेकिन फार्मासिस्ट कहीं और काम कर रहा होता है. यह भी ध्यान रखें कि दवा लेते समय फार्मासिस्ट मौजूद रहना चाहिए.