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वक्फ बोर्ड द्वारा कब्जाई गई जमीनें मूल मालिकों को वापस करें , महाराष्ट्र भाजपा चंद्रशेखर बावनकुले की सरकार से मांग 

उद्धव ठाकरे को मिले 51% मुस्लिम वोट मिलने से भाजपा ने चला अलग दांव 

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. वक्फ बोर्ड ने मौजूदा कानून का इस्तेमाल करते हुए हिंदू, आदिवासी और निजी जमीनों पर अतिक्रमण कर लिया है. वे जमीनें वक्फ बोर्ड के नाम पर अधिग्रहीत की गईं हैं, ऐसी सभी ज़मीनें उचित कार्रवाई करके तुरंत उन व्यक्तियों, मंदिरों या संस्थानों को वापस कर दी जानी चाहिए जिनसे वे संबंधित हैं. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने बताया कि उन्होंने इसके लिए सरकार से रिकॉर्ड दुरुस्त करने का अनुरोध किया है. बावनकुले ने कहा कि जमीनें वापस करने के लिए वक्फ बोर्ड एक्ट ( waqf board) में तत्काल संशोधन किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए एक उच्च स्तरीय समिति या प्राधिकरण का गठन किया जाना चाहिए और सरकार को इसके लिए आवश्यक धन खर्च करना चाहिए. लोकसभा चुनाव के दौरान उद्धव ठाकरे की यूबीटी को मुस्लिमों के 51% वोट हासिल हुए थे. जिसके बाद भाजपा अब ठाकरे के मुस्लिम हितैषी पार्टी बता रही है. (Return the lands occupied by the Waqf Board to the original owners)
बावनकुले ने नागपुर में पत्रकारों को बताया कि मतदान के बाद बूथ स्तर से प्राप्त रिकॉर्ड के अनुसार, उद्धव ठाकरे को मिले वोटों में से 51% वोट मुस्लिम मतदाताओं के थे. यदि उन्हें पिछले ढाई साल में अपनाए गए हिंदू विरोधी रुख से यह वोट मिलने पर गर्व है, तो उन्हें भाग्यशाली होने दें. हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे को भी उद्धव ठाकरे की ऐसी उपलब्धियां देखकर दुख हुआ होगा. बाला साहेब और उद्धव ठाकरे के विचारों में बड़ा अंतर है.
कांग्रेस कार्यालय के सामने लगेगी लोगों की लाइन 
महा विकास अघाड़ी में घटक दलों को बहुत कम सफलता मिली है. महायुति और माविआ के बीच केवल 0.3 प्रतिशत मतों का अंतर है. इतना कम अंतर होने पर वे मुख्यमंत्री पद पाने को लेकर उत्साहित  हैं. महा विकास अघाड़ी में पांच मुख्यमंत्रियों की घोषणा की गई है. अगले पांच साल में महाराष्ट्र के 14 करोड़ लोगों तक पहुंचने के लिए केंद्र और राज्य में एक ही सरकार जरूरी है. अगर महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार बनी तो  उनका केंद्र की एनडीए सरकार की सभी योजनाओं को बंद करना ही एकमात्र एजेंडा होगा. इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र माविआ को वोट नहीं देगा. उन्होंने यह भी धमकी दी कि लोग कांग्रेस कार्यालय के सामने लाइन लगाकर 8500 रुपए की मांग करेंगे, जिसकी कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में झूठी घोषणा की थी.
उप मुख्यमंत्री फड़णवीस पर प्रणीति शिंदे के आरोप पर बावनकुले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हम सभी यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि समाज में कहीं भी कोई दरार न हो. शरद पवार के समय महाराष्ट्र में और कांग्रेस के समय देश में दंगे कराए जाते थे.. कोई यह नहीं विचार कर रहा है कि भाजपा  सरकार के कार्यकाल में दंगे नहीं हो रहे हैं.

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