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पांच लाख निवेशकों को ठगने वाली टोरेस कंपनी के बारे में बडा खुलासा बीएमसी के रिजेक्ट करने के बाद भी दादर स्थित टोरेस ने शॉप में किया था अवैध निर्माण, यूक्रेनी कंपनी ने लुभाने ऑफर देकर कर ली 500 करोड़ रुपए की ठगी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई महानगर क्षेत्र में टोरेस ज्वेलर्स ने पांच लाख निवेशकों को रकम दोगुना करने का लालच देकर करीब 500 करोड़ रुपए की ठगी की है. इस धोखेबाज कंपनी के बारे में एक और खुलासा किया हुआ है. अब तक एक विदेशी सहित तीन को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है.(Big revelation about Torres Company which duped five lakh investors)
निवेशकों को ऐसे लुभाती थी टोरेस
टोरेस ज्वेलर्स लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए कई प्रकार के लालच देती थी. इस कंपनी के साथ जुड़ने वाले निवेशकों को चेन सिस्टम अपना कर दूसरे लोगों को जोड़ने के लिए बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती थी. इस ट्रेनिंग में आने वाले नये लोगों को सोने की अंगूठी, चेन गिफ्ट के तौर पर दी जाती थी. एक निवेशक ने बताया कि गिफ्ट दी जाने वाली अंगूठी और चेन में केवल 30% सोना रहता था. साथ ही दूसरे लोगों को जोड़ने पर बाइक यहां तक कि कार भी गिफ्ट दी गई थी. इस झूठ और सोची समझी साजिश के तहत मुंबई, ठाणे, रायगड जिले के निवेशकों के साथ ठगी की गई. इस कंपनी का यूक्रेनी मालिक लोगों को ठग कर फरार हो गया.

इनसाइट न्यूज स्टोरी ने टोरेस ज्वेलर्स ने दादर स्थित कोहिनूर स्क्वायर शॉप में बीएमसी की अनुमति के बगैर अवैध निर्माण किया था. हमारे पास बीएमसी की नोटिस की कॉपी है जो कि वर्ली निवासी संतोष गुप्ता के नाम पर भेजी गई है. इसमें कहा गया है कि आपने बीएमस जी उत्तर विभाग इमारत प्रस्ताव विभाग की अनुमति के बगैर शॉप में अवैध निर्माण किया है.टोरेस कंपनी ने 8 अगस्त को पत्र लिखकर बीएमसी शॉप में बदलाव करने की अनुमति मांगी थी. लेकिन बीएमसी ने 26 सितंबर को नोटिस भेजकर कहा कि हमारी अनुमति के बिना आपने अवैध निर्माण किया है. अवैध निर्माण करने बाद भी बीएमसी जी उत्तर विभाग के अधिकारियों ने उक्त शॉप पर कोई कार्रवाई नहीं की. बीएमसी बिल्डिंग प्रपोजल विभाग ने 30 अक्टूबर 2024 को ओलेना स्टोन प्लेटिनम हर्न प्रा लि कंपनी जिसका ऑफिस पाप्यूलर आर्केड ऑपेरा हाउस में था प्रस्ताव रिजेक्ट करने का पत्र भेजा था.
बीएमसी जी उत्तर विभाग कार्यालय के ठीक सामने की इमारत में टोरेस कंपनी का इतना बड़ा आऊटलेट अवैध रूप से बना दिया गया लेकिन बीएमसी ने कंपनी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया.




