चुनाव बाद मुंबई करों पर पड़ेगी टैक्स की मार
जनता को झुनझुना पकड़ाने वाला बजट: राजहंस सिंह

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Bmc Budget 2022: गुरुवार को मुंबई महानगर पालिका कमिश्नर इकबाल सिंह चहल (Iqbal singh Chal) ने 45,949.21 करोड़ रुपये का बजट पेश किया. मुंबई महानगरपालिका के बजट में आम नागरिकों पर किसी भी तरह का नया टैक्स नहीं लगाया गया है. लेकिन चुनाव के बाद मुंबईकरों पर टैक्स की जबरजस्त मार पड़े वाली है. बीएमसी कमिश्नर ने पत्रकारों को बताया कि इस वर्ष प्रापर्टी टैक्स में 15% की वृद्धि की जाएगी.
चहल ने कहा कि इस वर्ष प्रापर्टी टैक्स में जो वृद्धि की जाएगी वह अगले तीन वर्षों के लिए होगी. कोरोना के कारण पिछले 2 साल से प्रापर्टी टैक्स में कोई बढोत्तरी नहीं की गई थी. उसकी भरपाई के लिए टैक्स में वृद्धि करना जरुरी हो गया है.
2020-22 वित्तीय वर्ष में प्रापर्टी टैक्स से 7 हजार करोड़ रुपये आमदनी का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन केवल 4800 करोड़ रुपये ही वसूले जा सके. इस वर्ष फिर से 7000 करोड़ रुपये आमदनी का लक्ष्य रखा गया है. 500 वर्ग फुट क्षेत्रफल वाले घरों को 100% टैक्स छूट देने से, 462 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.आगामी मुंबई मनपा चुनाव नजदीक आने के कारण बजट पेश किया गया. यह मनपा के इतिहास का सबसे बड़ा बजट है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 17.70% की वृद्धि करते हुए 45,949.21 करोड़ का बजट पेश किया गया है.
इस बजट पर विपक्षी नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया में तल्ख टिप्पणी की है. बीएमसी में 10 वर्षा विपक्ष के नेता रहे और वर्तमान में विधायक राजहंस सिंह ने इसे कर्ज लेकर मुंबई की जनता को झुनझुना पकड़ाने वाला बजट बताया है. उन्होंने कहा कि मनपा की सत्ताधारी शिवसेना ने अपनी कुर्सी हिलती देख मुंबई की जनता के सामने खयाली पुलाव परोसा है. 2007 से लोगों को 24 घंटे पानी देने का वादा किया गया था लेकिन आज तक लोगों को पानी के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है. हर साल मुंबई पानी में डूब जाती है. इस साल तो दावा किया गया कि डूब वाले सिर्फ 11 जगह शेष बचे हैं. लेकिन मानसून में मुंबई इस तरह डूबती है कि लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. कोरोना काल में नए मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा होने अपेक्षा थी. खासकर पूर्व उपनगर के नागरिकों कोलंबे समय से मनपा मेडिकल कॉलेजों का सपना दिखाया जा रहा है.इस बजट उसका भी कुछ अता पता नहीं चला. मनपा की तिजोरी खाली है फिर भी जनता के सामने 49 हजार करोड़ के बजट फुला कर परोस दिया गया. सिंह ने कहा कि मनपा 32 प्रतिशत काम कर्ज लेकर पूरा करना चाह रही है बेस्ट को 6 हजार 800 करोड़ देने की घोषणा अभी कुछ दिन पूर्व की गई थी लेकिन इस बजट में मात्र 800 करोड़ का लॉलीपॉप दिखाया गया. आगामी मनपा चुनाव में जनता शिवसेना को सबक सिखायेगी.
विरोधी पक्ष नेता रविराजा ने कहा कि यह बजट मुंगेरीलाल के हसीन सपने जैसा है. बजट में मुंबईकरों की पूर्ण रुप से उपेक्षा कर व्यक्ति विशेष के लिए बजट तैयार किया गया है. बजट मुंबईकरों को कोई राहत नहीं दी गई है.