नितेश-निलेश राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज
शरद पवार पर लगाया था दाऊद से संबंध होने का आरोप
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. राणे परिवार का “आ बैल मुझे मार” वाली कहावत से पीछा नहीं छूट रहा है.अपने बयानबाजी के कारण पिता-पुत्र हमेशा चर्चा में रहते हैं जिस कारण से खुद मुसीबत बुला बैठते हैं. अब भाजपा विधायक नितेश राणे और उनके भाई निलेश राणे के खिलाफ आजाद मैदान पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई है. नितेश राणे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार का आतंकवादी दाऊद इब्राहिम से संबंध होने का आरोप लगाया था. राकांपा नेता सूरज चव्हाण की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
देवेंद्र फडणवीस भी लपेटे में
जब से राज्य में तीन दलों की महाविकास आघाड़ी की सरकार बनी है. महाराष्ट्र की राजनीति में जैसे भूचाल आया हुआ है. मविआ के नेता आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा, केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर आघाड़ी सरकार के मंत्रियों नेताओं को निशाना बना रही है वहीं भाजपा नेताओं के खिलाफ भी राज्य में पुलिस व दूसरी एजेंसियों की तरफ से लगातार एफआईआर दर्ज की जा रही है. किरीट सोमैया से शुरु हुआ यह सिलसिला पूर्व मुख्यमंत्री व विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को भी अपने लपेटे में ले लिया है.
फडणवीस से हुई पूछताछ
विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस ने विधानसभा में ट्रांसफर पोस्टिंग केस का खुलासा कर सरकार को बैकफुट पर ला दिया था. साइबर सेल ने उन्हें नोटिस भेजा था. गृहमंत्री के निर्देश पर आज सुबह पुलिस उनके घर पर पर पूछताछ के लिए पहुंची. इससे पहले नारायण राणे को गिरफ्तार किया गया था. अब जुहू स्थित उनके “अधीश” बंगले में किये गए अतिक्रमण को लेकर मनपा नोटिस भेज कर अतिक्रमण हटाने के लिए कहा है. दिशा सालियन की हत्या का आरोप लगाने के मामले में भी पिता-पुत्र पर केस दर्ज किया गया है. फिलहाल दोनों को कोर्ट ने गिरफ्तारी से राहत दी है. अब एक और मामले में दोनों भाईयों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
राकांपा के दो मंत्री जेल में
केंद्रीय एजेंसियों ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक को गिरफ्तार किया है. फिलहाल दोनों अभी जेल में हैं. आयकर विभाग ने शिवसेना उप नेता व मनपा में स्थायी समिति अध्यक्ष रहे यशवंत जाधव के यहां छापा डाल कर करोड़ों रुपये के अवैध संपत्ति और मनी लांड्रिंग का पता लगाया है.
महाराष्ट्र में चल रही एफआईआर प्रतियोगिता
महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परबशिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत की जांच चल रही है. मविआ के कई नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ट्रांसफर पोस्टिंग मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच केस-केस का जबरदस्त खेल चल रहा है. यह खेल कहां रुकेगा, राजनीतिक प्रतिद्वंदिता में अभी कितने जेल जाएंगे समय बताएगा. लेकिन राज्य के विकास काम को छोड़कर जो खेल चल रहा है. इसका अंत होता नजर नहीं आ रहा है.