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सफाई कर्मचारियों के पीएफ का 190 करोड़ गायब
12 मार्च को आजाद मैदान में विशाल मोर्चा

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई का कचरा साफ कर लोगों को राहत देने वाले मुंबई के सफाई कर्मचारियों के भविष्य निर्वाह निधि (PF) की 190 करोड़ रुपये पर हाथ सफाई कर दी गई है. इतनी बड़ी राशि का गबन किए जाने से परेशान सफाई कर्मचारी 12 मार्च को आजाद मैदान पर विशाल मोर्चा निकालने की घोषणा की है.
कचरा वाहतुक श्रमिक संघ के महासचिव मिलिंद रानडे ने बताया कि सफाई कर्मचारियों का वर्ष 2009 से 4900 सफाई कर्मचारियों के पीएफ खाते में प्रत्येक कामगार के खाते में 3 लाख 80 हजार रुपए जमा होना चाहिए था, लेकिन अभी तक पीएफ एकाउंट ही नहीं दिया गया.यह राशि 190 करोड़ रुपए होती है.
रानडे ने बताया कि कोविड संकट के समय भी हमारे सफाई कर्मचारी दिन रात मेहनत कर सफाई कर रहे थे. इस दौरान 151 सफाई कर्मियों की मौत हो गई थी. उनके परिवार को कुछ नहीं दिया गया. मृत सफाई कर्मियों के वारिश को नौकरी,पेंशन,पीएफ,गेज्युटी कब मिलेगी, बीएमसी के भ्रष्ट अधिकारियों को इसका जवाब देना चाहिए. कोरोना के समय बीएमसी ने सभी कोरोना योद्धाओं को 300 रुपए कोविड भत्ता देने का एलान किया था. लेकिन सफाई कर्मचारियों को वह भत्ता भी अब तक नहीं दिया गया.
लेबर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी सफाई कर्मचारियों को लेकर जो भी आदेश दिए थे, उनका पालन नहीं किया गया.
2 जून 2018 को राजेश कुमार प्रधान सचिव कामगार के साथ संयुक्त बैठक में प्रत्येक कामगारों के प्रोविडेंड फंड का हिसाब देने का आदेश दिया था लेकिन 4 वर्ष बीतने के बाद भी बीएमसी प्रशासन कोई हिसाब नहीं दे रहा है. अधिकारियों ने 190 करोड़ रुपये कहां गायब कर दिए इसका पता नहीं है. यही नहीं कोरोना योद्धाओं से प्रोफेशनल टैक्स की काटी गई रकम का भी पता नहीं है. बीएमसी प्रशासन और ठेकेदारों के भ्रष्ट आचरण का खामियाजा सफाई कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है. बीएमसी प्रशासन कोरोना योद्धाओं के दम पर पुरस्कार लेने में व्यस्त है.