Breaking Newsएमएमआरमहाराष्ट्र
प्रेम प्रकरण में बुरे फंसे गणेश नाईक
राज्य महिला आयोग ने दिए जांच के आदेश

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई . नवी मुंबई के बीजेपी नेता व विधायक गणेश नाईक (Ganesh Naik) अपने प्रेम प्रकरण के कारण बुरे फंस गए हैं. नाईक पर लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली महिला दीपा चव्हाण के आरोप के बाद राज्य महिला आयोग ने जांच करने का आदेश दिया है.
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने नवी मुंबई पुलिस आयुक्त को दो दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है. दीपा चव्हाण ने नेरुल पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत देकर नाइक पर आरोप लगाया था कि नाईक उसे और उसके नाबालिग बच्चे को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
दीपा चव्हाण ने नाईक के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 420, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज करने की भी मांग की. इस शिकायत की कॉपी राज्य महिला आयोग को भी दी गई थी.
दीपा चव्हाण ने पुलिस सहित मुख्यमंत्री, गृहमंत्री से शिकायत की थी. दीपा चव्हाण ने पत्र में लिखा है कि वह 1993 से गणेश नाइक के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही हैं और उनका 15 साल का एक लड़का भी है. महिला का कहना है कि जब उन्होंने अपने बच्चे के भविष्य को लेकर गणेश नाइक से बच्चे को अपना नाम देने और उनकी संपत्ति में हिस्सा मांगा तो उन्होंने जान से मारने की धमकी दी है.
गणेश नाईक बीजेपी के बड़े नेता हैं., नवी मुंबई में उनका एकछत्र राज रहा है. शिवसेना से राष्ट्रवादी कांग्रेस के वे अब बीजेपी में हैं. दीपा ने आरोप लगाया था कि जब राज्य उत्पादन शुल्क मंत्री थे तब उन्होंने शराब का लाइसेंस दिलवाया था. बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर, किरीट सोमैया के बाद गणेश नाईक बीजेपी के ऐसे नेता हैं जो महाविकास आघाड़ी सरकार के निशाने पर हैं.