उत्तर प्रदेश में सड़क पर नहीं पढ़ी जाएगी नमाज
प्रशासन के आदेश पर धर्मगुरुओं ने किया एलान

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. हनुमान जन्मोत्सव पर हुए हंगामे के बाद से योगी सरकार के तेवर सख्त हैं. मुख्यमंत्री योगी(chief minister yogi adityanath) आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि आस्था का घिनौना प्रदर्शन करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने आदेश दिया था कि सड़कों पर ट्रैफिक जाम जैसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उसके बाद धर्मगुरुओं ने एडवाइजरी जारी कर अलविदा जुम्मा की नमाज मस्जिदों में ही पढ़ने (Namaz will not be offered on the road in Uttar Pradesh का एलान किया है. एडवाइजरी में कहा गया है कि लोग जुम्मे की नमाज़ सड़कों पर कत्तई न पढ़ें.
धर्मगुरुओं ने अपील की है कि नमाज़ या तो मस्जिदों में पढ़े या अपने घरों में. लाउड स्पीकर की आवाज भी तय मानक के अनुसार ही रखें. ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि इस्लामी सेंटर ऑफ इंडिया की तरफ से जारी एडवाइजरी का पालन किया जा रहा है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस ने सभी धर्मगुरुओं से बात की है. उत्तर प्रदेश में नमाज के लिए 31,151 स्थानों को नमाज पढ़ने के लिए चिन्हित किया गया है. इसी के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षा के लिए पीएसी की 46 कंपनी और 7 सीएपीएफ की कंपनी भी तैनात की गई है.
लाउड स्पीकर पर कार्रवाई जारी
एडीजी ने बताया कि अलविदा की नमाज में भी लाउड स्पीकर के मानकों का पालन करने का आदेश जारी किया गया है. प्रदेश में धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर हटाने की कार्रवाई चल रही है. बीते 4 दिनों में 22,000 लाउड स्पीकर हटाए गए हैं. 43,000 लाउड स्पीकर की आवाज को धीमा कर दिया गया है.