Breaking Newsमुंबई
धोखेबाज बिल्डरों पर नकेल कसेगी मुंबई पुलिस
एसआरए, योजनाओं की शिकायतों के निपटारे के लिए पुलिस स्टेशनों में अलग अधिकारी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई में हाउसिंग परियोजनाओं खासकर स्लम में की एसआरए परियोजनाओं में धोखाधड़ी करने वाले बिल्डरों की मुंबई पुलिस (Mumbai police commissioner Sanjay panday) नकेल कसने जा रही है. इन परियोजनाओं में दर्ज शिकायतों का निपटारा करने के लिए मुंबई के 94 पुलिस स्टेशनों में अलग अधिकारी की नियुक्ति किए जाने का निर्णय मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने लिया है.
गौरतलब हो कि बिल्डरों के खिलाफ सैकड़ों शिकायतें विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज हैं. इन मामलों का त्वरित निपटारा हो सके इसलिए प्रत्येक पुलिस स्टेशनों में एक स्पेशल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा.
मुंबई पुलिस ने सिटीजन फोरम वेबसाइट बनाया है. इस मंच के माध्यम से मुंबईवासी स्वयं मुंबई के कुछ समझदार नागरिकों का चयन करेंगे. पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने नागरिकों से इस वेबसाइट पर अपनी जानकारी उपलब्ध कराने की अपील की है. इसमें पुलिस द्वारा कुछ नागरिकों की एक कमेटी बनाई जाएगी. मुंबई के नागरिक सीधे उस समिति को अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे. पुलिस कमिश्नर के इस निर्णय से मुंबईकर भी उम्मीद कर रहे हैं कि इस तरह की धोखे में कमी आएगी. पुलिस आयुक्त संजय पांडेय की ओर से अभी इसकी घोषणा की गई है. इस मंच के माध्यम से पूरे मुंबई के आम मुंबईवासियों के सुझाव पुलिस को पता चलेगा. इसके लिए मुंबई पुलिस ने यह वेबसाइट mumbaicf.in बनाई है.
मुंबई तेजी से बढ़ता हुआ शहर है. मुंबई में जमीन और घर की कीमत बहुत ज्यादा है.इसके अलावा, झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिए एसआरए, म्हाडा के तहत डेवलपमेंट का काम किया जा रहा है. कई बार इसके लिए प्राइवेट डेवलपर को हायर किया जाता है. एक झोपड़ी या झुग्गी बस्ती में घर पर कब्जा करने से पहले साधारण मुंबईकर कई मुद्दों पर सहमत होते हैं. इनमें किराए पर समझौते, घर का एरिया, पार्किंग और बुनियादी सुविधाएं शामिल हैं. लेकिन कई बार डेवलपर उस समझौते का पालन नहीं करता है. साथ ही आम लोगों को नियत समय पर मकान नहीं दिए जाते. इससे मुंबईकरों की परेशानी बढ़ जाती है. डेवलपर द्वारा निर्धारित किराए का भुगतान न करने के कारण इन नागरिकों को अक्सर वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में आम नागरिकों को डेवलपर के खिलाफ शिकायत दर्ज करानी पड़ती है.
ऐसे मामलों में भी मकान मालिक संबंधित संस्था से शिकायत करता रहा है. लेकिन मूल सवाल यह है कि उन्हें कितनी गंभीरता से लिया जाता है. इस बारे में पुलिस में कई शिकायतें की जाती थी. यह पहली बार है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे इसे गंभीरता से लेकर दर्ज शिकायतों के लिए एक नया पुलिस अधिकारी नियुक्त करने की बात कही है. इसे किस तरह आगे बढ़ाया जाएगा यह देखना होगा.




