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क्या बारिश! क्या गड्ढे! क्या बीएमसी के दावे!

बारिश में मनपा के दावों पर फिर गया पानी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Mumbai Flooding :मुंबई. पीने के पानी की कटौती झेल रहे मुंबईकरों को मानसूनी बारिश के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. भारी बारिश जगह-जगह सड़कों में हुए गड्ढे उपर से जलजमाव के कारण वाहन क्या पैदल चलना भी दूभर हो गया (Heavy Rain Closed Mumbai) रेल बंद, सड़क बंद, फुटपाथ बंद, यातायात बंद, बस बंद, खुले मेन होल, मन में ड़र बना रहता है कि पता नहीं कब डॉ. अफजलपुर हो जाएं. करोड़ों रुपए या यूं कहें कि सड़कों के निर्माण पर ही हजारों करोड़ खर्च करने वाली मुंबई महानगरपालिका हर बरसात से पहले नालों की सफाई सौ फीसदी किए गए दावों पर बरसात ने पानी फेर दिया हैं.
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एशिया की सबसे समृद्धशाली महानगरपालिका ने केवल सड़कों के लिए वर्ष 2022 के बजट में कुल 2200 करोड़ का बजट मंजूर किया था. बीएमसी ने दावा किया था कि इस बार सड़कों में गड्ढे नहीं पड़ेंगे लेकिन बीएमसी के सभी दावों पर बरसात ने पानी फेर दिया. पिछले वर्षों में बरसात में होने वाली दुर्घटनाओं से आलोचना झेलने वाली मनपा इस बार मानसूनी तैयारियों पर सतर्क प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि यदि 500 मिमी से अधिक बरसात होती है तो मुंबई को डूबने से कोई नहीं बचा सकता. अभी 12 घंटे में 125 मिमी बरसात हुई है और आधी मुंबई ठप हो गई है.
 308 सड़कों का कार्य अधूरा
बीएमसी चीफ इंजिनियर उल्हास महाले ने कहा कि  मुंबई में कुल 412 सड़कों का काम चल रहा है. इनमें से पिछले वर्ष की 93 सड़कें और इस वर्ष की 15 सड़कों को मिलाकर कुल 108 सड़कों का काम पूरा हो जाएगा. मानूसन शुरु होते ही सड़कों का काम बंद कर दिया जाएगा. यानी 308 सड़कों का काम अधूरा छोड़ दिया गया है.
   मुंबई को बाढ़ और जल जमाव से बचाने के लिए बीएमसी ने चितले समिति की स्थापना की थी. समिति ने वर्ष 2008 में मुंबई में कुल आठ स्थानों पर पानी निकालने के लिए पंपिंग स्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया था. इन आठ में से हाजी अली, इरला, लवग्रोव, क्लीवलैंड, ब्रिटानिया और गजदरबंध, 6 पंपिंग स्टेशन का काम पूरा हो चुका है. लेकिन मोगरा और माहुल में पंपिंग स्टेशन का काम 12 साल बाद भी लंबित है. पंपिंग स्टेशन के वार्षिक रखरखाव पर अब तक 1,000 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन इसका उपयोग शून्य रहा है. हिंदमाता के ब्रिटानिया पंपिंग स्टेशन पर 115 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी बारिश के पानी को डायवर्ट करने के लिए अलग से करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं.

 

6 पंपिंग स्टेशनों पर 665 करोड़ रुपए खर्च

तैयार हो चुके 6 पंपिंग स्टेशनों में से पहले चरण में हाजीअली, लवग्रोव, क्लीवलैंड और इरला पंपिंग स्टेशनों को संचालित करना था, जबकि दूसरे चरण में ब्रिटानिया, मोगरा, माहुलखाड़ी और गजधरबंध पंपिंग स्टेशन शामिल थे. मोगरा और माहुल को छोड़कर सभी पंपिंग स्टेशन शुरू कर दिए गए हैं. नियमित रखरखाव का ठेका देने के अलावा इन छह पंपिंग स्टेशनों के निर्माण पर अब तक 665 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं. फिर भी मुंबई को डूब से बचाने की गारंटी कोई नहीं दे रहा है.

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