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बीजेपी ने तय किया ‘मिशन 134’

शिवसेना के लिए बनेगा बड़ी मुसीबत

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Bmc Election 2022: मुंबई, महाराष्ट्र में आये राजनीतिक भूचाल के बाद बीजेपी मुंबई महानगरपालिका पालिका में भी शिवसेना को जोरदार झटका देने की तैयारी कर रही है. बीजेपी ने आगामी मनपा चुनाव के लिए “मिशन 134” तय (BJP has decided ‘Mission 134) कर दिया है. बीएमसी से शिवसेना की सत्ता उखाड़ फेंकने के लिए पूरी ताकत से मैदान में उतरने वाली है. भाजपा का यह मिशन पिछले 30 सालों से सत्ता भोग रही शिवसेना के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है.
 महाराष्ट्र में शिवसेना नेता, मंत्री और अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विद्रोह के कारण महाविकास आघाड़ी सरकार को राज्य की सत्ता से बेदखल कर दिया गया. अब  ‘मिशन 134’ के लक्ष्य को पूरा करने के लिए वह आगामी मुंबई मनपा चुनाव में विद्रोह का राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है. भाजपा सूत्रों के अनुसार बीजेपी ने शिवसेना के गढ़ को येन केन तरीके से अपने कब्जे में लेने की रणनीति तैयार की है.
  मुंबई महानगर पालिका मुख्यालय स्थित भाजपा पार्टी कार्यालय हाल में सोमवार को भाजपा के पूर्व नगरसेवकों की अहम बैठक हुई. भाजपा विधायक मिहिर कोटेचा, भाजपा प्रवक्ता भालचंद्र शिरसाट, पूर्व नगरसेवक एवं समूह नेता प्रभाकर शिंदे, पूर्व नगरसेवक एवं पार्टी नेता विनोद मिश्रा ने बैठक में आए नगरसेवकों का मार्गदर्शन किया.
राष्ट्रपति चुनाव और मुंबई मनपा चुनाव की पूर्व संध्या पर, महाराष्ट्र में ‘न भूतो, न भविष्यति’ ऐसा राजनीतिक भूकंप आया कि महाविकास आघाड़ी सरकार के शिल्पकार शरद पवार भी चकमा खा गए. विधान परिषद चुनाव के कुछ ही घंटों के भीतर शिवसेना नेता और मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत 39 असंतुष्ट विधायकों ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया. इसके लिए महाराष्ट्र, गुजरात, असम और गोवा को युद्ध के मैदानों जैसा इस्तेमाल किया गया. इसके लिए उन्हें भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत केंद्र के उच्च पदस्थ नेताओं से भारी भरकम ‘लॉजिस्टिक्स’ समर्थन मिला था.
 सोने का अंडा देने वाली मुंबई मनपा पर भगवा फहराने का निर्णय लिया गया है. भाजपा पिछले चार साल से चौकीदार बन कर मनपा हुए प्रत्येक घोटाले को बढ़ चढ़ कर उठाती रही है. सूत्रों ने बताया कि इसके लिए हर पूर्व नगरसेवकों को अपने निर्वाचन क्षेत्र और आसपास के निर्वाचन क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा काम करने और जनसंपर्क बढ़ाने का निर्देश दिया गया. मनपा चुनाव में ओबीसी आरक्षण लागू होने पर कौन से वार्ड ओबीसी के लिए आरक्षित होंगे, इसका अनुमान लगाकर इस दिशा में कदम उठाने की रणनीति तय की गई है. इसी तरह पूर्व नगरसेवकों के कार्यों की हर माह समीक्षा की जाएगी. पार्टी में बगावत से शिवसेना कमजोर पड़ गई है. अन्य महानगरपालिका की तरह यहां भी शिवसेना के कई नगरसेवक टिकट नहीं मिलने पर शिवसेना का साथ छोड़ने को तैयार बैठे हैं. इसका भी फायदा भाजपा को मिलेगा.
एक बीजेपी नेता ने कहा कि पिछली बार मिशन 120 तय किया गया था. पहली बार भाजपा मुंबई में हाईएस्ट 32 के आंकड़ों को पार कर 82 पर पहुंची थी. इस बार साम-दाम-दंड-भेद जैसे भी होगा मनपा की सत्ता पर भाजपा का ही महापौर बैठेगा.

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