मुंबई में बना 9 परत का मानव पिरामिड
पिरामिड से गिर कर 111 गोविंदा घायल

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जगह जगह दही हंडी का आयोजन किया गया. युवाओं की टोली ने इस वर्ष सर्वाधिक 9 परत का मानव पिरामिड बनाया. इस दौरान 111 गोविंदा घायल भी हुए जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया गया.
गोविंदाओं के लिए लाखों के इनाम
मटकी फोड़ने वाले गोविंदाओं की मौज हो गई है. विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की तरफ से दही हंडी का आयोजन किया गया जहां लाखों का पुरस्कार रखा गया था. खासकर महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन करने वाली बीजेपी ने शुक्रवार को पूरे मुंबई में दही हांडी के 370 कार्यक्रमों का आयोजन किया. दही हंडी आयोजन में आगे रहने वाली शिवसेना इस बार भाजपा के आगे फीकी पड़ गई. शिवसेना न शिवसेना भवन

के जंक्शन पर निष्ठा दही हांडी का आयोजन किया था. बीजेपी ने वर्ली के जंबोरी मैदान पर बड़े पैमाने पर दही हांडी आयोजन कर आदित्य ठाकरे के विधानसभा में चुनौती पेश की. शिवसेना ने इस मैदान पर 2019 तक दही हंडी का आयोजन करती रही है. बीजेपी मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार की तरफ से आयोजित दहीहंडी उत्सव में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित सभी बड़े नेता पहुंचे.
हमने फोडी 50 पिरामिड की दही हंडी
वहीं ठाणे के टेंम्भी नाका पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से दही हंडी का आयोजन किया गया था. यहां पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि डेढ़ महीना पहले हमने 50 पिरामिड वाली दही हंडी फोड़ी थी. ( 50 विधायकों को तोड़ा) यह कार्य मुश्किल था लेकिन हमने कर दिखाया. उन्होंने कहा कि अब सभी त्योहार धूमधाम से ही मनाए जाएंगे.
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री ने दही हंडी का खेल का दर्जा दिया है. साथ ही उन्होंने एलान किया कि गोविंदाओं को सरकारी नौकरी में 5 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा. दही हंडी के लाखों गोविंदा भाग लेते हैं ऐसा कर उन्होंने बड़ा राजनीतिक गेम खेला है. राज्य सरकार की तरफ से घायल होने वाले गोविंदाओं के लिए 50 हजार रुपए से लेकर 7.5 लाख रुपए और मरने पर 10 लाख रुपए देने की घोषणा की थी. घायलों का अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा भी दी गई है.
दही हंडी फोड़ते समय 111 गोविंदा घायल
मुंबई में पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण त्यौहार और त्यौहार नहीं मनाए जा सके। लेकिन इस साल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नियम और शर्तों को हटा दिया, इसलिए इस साल का दही हंडी उत्सव मुंबईवासियों ने बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया. लेकिन दही तोड़ते समय ऊंचाई से गिरकर 111गोविंदा घायल हो गए. इनमें से 88 गोविंदा का इलाज कर उन्हें छोड़ दिया गया है. 23 गोविंदा गंभीर रूप से घायल होने के कारण अभी भी विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं.
इन अस्पतालों में हो रहा इलाज
कई गोविंदाओं को हाथ, पैर, गर्दन, कमर, मुंह, सिर, सीने में चोट लगी है. उक्त 111 घायल गोविंदा को, जेजे अस्पताल-2, सेंट जॉर्ज अस्पताल-3 और जीटी अस्पताल-12 का सरकारी अस्पतालों में पंजीकरण कराया गया है. वहीं मनपा के नायर अस्पताल – 11 केईएम – 30, सायन – 9, जोगेश्वरी ट्रॉमा केयर – 6, कूपर – 6, कांदिवली डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर अस्पताल – 2, वी. एन.देसाई -8, राजावाड़ी-10 , एम टी अग्रवाल 1, बांद्रा भाभा 5, पोद्दार 6 में उपचार किया गया.