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भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी बीएमसी
आशीष शेलार ने वर्चुअल क्लासरूम, मिलिंद देवड़ा ने सड़कों के भ्रष्टाचार को किया उजागर

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद एक-एक कर बीएमसी घोटाले की परत खुल रही है. (BMC caught in the quagmire of corruption)
भ्रष्टाचार के दलदल में बीएमसी पर आरोपों की बौछार शुरू हो गई है. मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने मनपा के 480 स्कूलों में वर्चुअल क्लासरूम चलाने के टेंडर में घोटाले का आरोप लगाया तो वहीं कांग्रेस के पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा ने मुंबई की सड़कों में घोटाले का आरोप लगा कर बीएमसी की सत्तारुढ़ रही शिवसेना को कठघरे में खड़ा किया है.
भ्रष्टाचार के दलदल में बीएमसी पर आरोपों की बौछार शुरू हो गई है. मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने मनपा के 480 स्कूलों में वर्चुअल क्लासरूम चलाने के टेंडर में घोटाले का आरोप लगाया तो वहीं कांग्रेस के पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा ने मुंबई की सड़कों में घोटाले का आरोप लगा कर बीएमसी की सत्तारुढ़ रही शिवसेना को कठघरे में खड़ा किया है.
मुंबई बीजेपी अध्यक्ष विधायक आशीष शेलार ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायत करते हुए मामले की जांच की मांग नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल से की है. आशीष शेलार ने कहा कि वर्चुअल क्लास निविदा में शामिल नियम और शर्तें इस निविदा को एक विशेष ठेकेदार को जीतने के लिए रखी गई हैं. जिस कंपनी को कार्य प्रस्तावित है, कंपनी द्वारा जारी किया गया अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी और झूठा पाया गया है.उक्त कंपनी को बीएमसी अधिकारियों द्वारा सत्यापित किए बिना कार्य प्रस्तावित किया गया है. यह कार्य तकनीकी है, इसलिए यह अपेक्षा की जाती है कि कार्यों का तकनीकी मूल्यांकन किया जाएगा, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है.
शेलार ने मांग किया कि सूचना प्रौद्योगिकी अधिकारी, शिक्षा विभाग के अधिकारी, तकनीकी सलाहकार एवं उक्त कंपनी के अधिकारी के बीच सूचना उपलब्ध करा दी गई है. इस प्रकार का संचार क्यों हुआ? उनके बीच बातचीत सीधे तौर पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है यह मामला बहुत गंभीर है.
उन्होंने इस पत्र में अनुरोध किया है कि इस निविदा प्रक्रिया को तत्काल निरस्त कर मामले की जांच कराकर नया टेंडर भी जारी किया जाए. यह मामला बीएमसी स्कूलों में गरीब छात्रों से जुड़ा है, अगर मेरी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया जाता है, तो मुझे भ्रष्टाचार की जानकारी का खुलासा करना होगा जो मेरे पास आई है. इसलिए विधायक और आशीष शेलार ने चेतावनी दी है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर आयुक्त को कार्रवाई करनी चाहिए.
वहीं कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे मिलिंद देवड़ा ने मुंबई की सड़कों के निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाया है. देवड़ा ने ट्वीट कर कहा कि पिछले पांच वर्षों में सड़कों के निर्माण और मरम्मत पर 12000 करोड़ रुपए खर्च किए गए. लेकिन आज भी मुंबई के नागरिकों को अच्छी सड़कें नहीं मिल सकी. पिछले पांच वर्षों में सड़कों की मरम्मत में 225 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए. लेकिन सड़कों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ.
देवड़ा कहा कि यह @NHAI_Offcial’s के वार्षिक बजट का 10% है. यह बहुत चौंकाने वाला मामला है. मैं इस मामले का सीबीआई जांच की मांग करता हूं.
सड़कों पर खर्च की गई राशि
वर्ष 2017-18 2300 करोड़
वर्ष 2018-19 2250 करोड़
वर्ष 2019-20 2560 करोड़
वर्ष 2020-21 2200करोड़
वर्ष 2021-22. 2350 करोड़