ठाणे से शिवसेना का सफाया,सभी नगरसेवक शिंदे गुट के साथ
ठाकरे से मिलने आए कार्यकर्ता को अटैक

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
ठाणे. शिवसेना में विधायकों से शुरु हुई बगावत अब निचले स्तर पर पहुंच गई है. एक तरफ शिवसेना प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे वहीं दूसरी तरफ शिंदे गुट भीतरघात करने में लगा है. ठाणे से ठाकरे गुट का पूरी तरह (Shiv Sena wiped out from Thane, all corporators along with Shinde faction) से सफाया हो गया है. ठाणे शिवसेना के सभी नगरसेवक एवं पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शिंदे गुट के साथ जाने का फैसला किया है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे इस बगावत के बाद खुद को बेबस महसूस कर रहे हैं. एक के बाद एक टूट से ठाकरे गुट के साथ बचे हुए नेता सदमे में हैं. संजय राउत की बोलती बंद है. शिवसेना पर पूरी तरह से कब्जा करने के लिए शिंदे गुट हावी होता नजर आ रहा है. अब तक शिंदे गुट के साथ केवल विधायक थे. उनकी नजर पार्टी के 18 सांसदों और नगरसेवकों पर टिक गई है. ठाणे जिले में पूरी तरह से कब्जा करने के बाद शिंदे गुट का अगला कदम मुंबई के नगरसेवकों पर टिक गई है. सूत्रों ने बताया कि मुंबई में भी कई नगरसेवक पाला बदलने को तैयार बैठे हैं. शिवसेना के एक नगरसेवक का कहना है कि यहां भी चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर कई नगरसेवक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट के साथ जा सकते हैं.
ठाणे में शिवसेना के कुल 67 नगरसेवक थे जिसमें से 66 नगरसेवक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं. जिला प्रमुख, तालुका प्रमुख से लेकर शाख प्रमुख और गट प्रमुख सभी शिंदे गुट के साथ आने से शिवसेना का ठाणे जिले से सफाया हो गया है.
मुंबई के जिन विधायकों ने शिंदे गुट के साथ जाने का फैसला किया है उनका अपने क्षेत्र के नगरसेवकों पर अच्छा खासा प्रभाव है. शिंदे गुट पार्टी पर तभी दावा कर सकता है जब उसके पास विधायकों के अलावा जिलाध्यक्ष, नगरसेवक, पार्टी कार्यकर्ताओं का भी दो तिहाई की संख्या हो, ठाणे और पुणे जिले के कार्यकर्ताओं ने शिंदे गुट के साथ जाने का फैसला किया है.
ठाकरे से मिलने आए कार्यकर्ता को अटैक
शहापुर से बांद्रा स्थित मातोश्री में उद्धव ठाकरे से मिलने आये एक कार्यकर्ता को हार्ट अटैक आने से मौत हो गई. मातोश्री से बाहर निकलने के बाद कार्यकर्ता को गहरा सदमा लगा था जिस कारण अटैक आने से उसकी मौत हो गई. शहापुर तालुका के शिवसेना पदाधिकारी भगवान काले बैठक शुरु थी तभी तबीयत बिगडने लगी थी. काले को कलानगर ले जाया गया लेकिन तेज अटैक के झटके से मौत हो गई.