महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में भड़की सांप्रदायिक हिंसा

अमरावती में इंटरनेट सेवा बंद, कर्फ्यू लगाया गया

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. महाराष्ट्र में मुस्लिम संगठनों की तरफ से बुलाए गए बंद के बाद भड़की हिंसा के बाद सरकार ने अमरावती जिले में इंटरनेट सेवाओं को तीन दिन के लिए बंद कर दिया है. शुक्रवार को हुई हुए तोड़फोड़, आगजनी के बाद शनिवार को भी हिंसा भड़क गई थी जिसके बाद प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है.

पुलिस ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी  की ओर से कथित तौर पर बुलाए गए बंद के दौरान शनिवार सुबह उग्र भीड़ ने दुकानों पर पथराव किया. त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक घटना के विरोध में अमरावती में मुस्लिम संगठनों द्वारा शुक्रवार को आयोजित रैली के दौरान हुए पथराव के विरोध में शनिवार को बंद का आह्वान किया गया था.

अमरावती शहर की पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने कहा कि इंटरनेट सेवाएं तीन दिन तक निलंबित रहेंगी जिससे कि हिंसा भड़काने वाली अफवाहों को फैलने से रोका जा सके. शनिवार सुबह, अमरावती में सैकड़ों लोग राजकमल चौक क्षेत्र में निकल आए और उनमें से कई के हाथ में भगवा झंडे थे.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने राजमकल चौक और अन्य जगहों पर पथराव किया जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. शुक्रवार और शनिवार को पथराव की घटनाएं होने के बाद किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 (1), (2), (3) के तहत शहर में कर्फ्यू लगा दिया.

लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं

आदेश के अनुसार, चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति को छोड़कर लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है तथा किसी एक जगह पर पांच से ज्यादा लोगों के एकत्र होने की भी इजाजत नहीं है. त्रिपुरा में हुई घटनाओं के विरोध में शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों ने अमरावती, नांदेड़, मालेगांव, वाशिम और यवतमाल में रैलियां निकाली थीं और इस दौरान पथराव की घटनाएं हुई थीं.

अब तक 20 लोग गिरफ्तार

शुक्रवार को हुई घटनाओं के संबंध में पुलिस ने अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया है और चार अन्य को हिरासत में लिया है. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को आठ हजार से अधिक लोग ज्ञापन सौंपने के लिए अमरावती के जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जमा हुए थे, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ कथित ज्यादती को रोकने की मांग की गई थी.

रजा अकादमी पर बैन लगाने की मांग

महाराष्ट्र में फैली हिंसा के बाद बीजेपी ने आक्रामक हो गई है. बीजेपी के मुंबई प्रभारी अतुल भातखलकर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिख कर  रजा अकादमी और उसके पदाधिकारियों को स्थायी प्रतिबंध लगाने की मांग की है. भातखलकर ने कहा है कि अगस्त 2012 में मुंबई में दंगा कराने, पिछले वर्ष भी दंगा करवाने की कोशिश करने और अब मुस्लिम समुदाय के युवकों को दंगा करने के उकसाने में रजा अकादमी का हाथ है. बीजेपी नेता नीतेश राणे ने चेतावनी दी है कि यदि रजा आकादमी पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो हम अपने हिसाब से उन्हें सबक सिखाएंगे

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