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पूर्वांचल से चीन,पाकिस्तान की घेराबंदी

हाईवे से दहाड़ेंगे फाइटर जेट

आईंएनएस न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. चीन सीमा पर लंबे समय से चल रहे तनाव के बीच भारत भी मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपनी तैयारियां पुख्ता कर रहा है. भारत सीमा से सटे एयरबेस के साथ ही उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर फाइटर जेट उतार कर चीन के मंसूबों को नाकाम करने पूर्वांचल से चीन, पाकिस्तान की घेराबंदी करेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 341किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया.

भारतीय वायु सेना के 30 से ज्यादा लड़ाकू विमान आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से उड़ान भरकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने के बाद फ्लाई पास्ट करेंगे. इसके तहत 3.2 किलोमीटर लंबी एयर स्ट्रिप पर C-130 J हरक्यूलिस के उतरने के बाद अन्य विमान टच एंड गो ऑपरेशन की तैयारी शुरू कर देंगे.

 भारत लगातार अपनी सामरिक क्षमताओं को बढ़ा रहा है. युद्ध के समय एयरबेस को नुकसान पहुंचने की स्थिति में हाईवे पर बने एयरबेस का इस्तेमाल किया जा सकता है.   सामरिक दृष्टि से एक कदम आगे बढ़ाते हुए अपनी ताकत को बढ़ाया है. एक्सप्रेस वे दो मोर्चों पर जंग होने की स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. उत्तरी और पूर्वी बॉर्डर के नजदीक होने की वजह से यहां से दोनों ही फ्रंट पर आसानी से फाइटर जेट्स ऑपरेट किए जा सकेंगे.
युद्धकाल में होगा इस्तेमाल
  युद्धकाल से पूर्व यहां पर इस तरह का टच एंड गो ऑपरेशन लगातार चलता रहेगा, जिससे चीन के साथ पाकिस्तान को भारत की हवाई ताकत का आभास रहे. इसके अलावा भी जल्द ही बड़े एक्सप्रेस वे के रन-वे पर फाइटर जेट्स उतारने की तैयारी की गई है. खासतौर से पूर्वोत्तर के अलावा उत्तराखंड में इस तरह की तैयारियां भारत पूरी कर चुका है.इसी तरह 2015 में यमुना एक्‍सप्रेस हाइवे पर  मिराज-2000 की लैंडिंग कराई गई थी. देश के इतिहास में यह पहला मौका था जब किसी हाईवे को सैन्‍य मकसद के लिए इस्तेमाल किया गया. सुबह साढ़े छह बजे के करीब ‘मिराज-2000’ को उतारा गया था. फिर करीब 8.15 बजे वायुसेना के एक हेलिकॉप्टर ने भी एक्‍सप्रेस वे पर लैंडिंग की. यमुना एक्‍सप्रेस वे को तड़के तीन बजे से ही आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था.
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की खासियत
 यह यूपी का सबसे बड़ा 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्‍सप्रेस-वे है.  यह एक्‍सप्रेस-वे राज्‍य के पूर्वी और पश्चिमी इलाकों को जोड़ेगा. इससे लखनऊ से गाजीपुर तक की यात्रा सिर्फ साढ़े चार घंटे में पूरी की जा सकेगी. लखनऊ के चांद सराय से शुरू होकर गाजीपुर तक पहंचने वाले इस एक्‍सप्रेस-वे को बनाने पर 22 हजार 497 करोड़ रुपए का खर्च आया है.
इन जिलों से गुजरेगा
 यह एक्‍सप्रेस- वे लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्‍या, सुल्‍तानपुर, अम्‍बेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर सहित कुल नौ जिलों से गुजरेगा. अभी एक्‍सप्रेस-वे छह लेन का है जिसे बाद में बढ़ाकर आठ लेन तक किया जा सकेगा. फिलहाल इस एक्‍सप्रेस-वे को टोल टैक्स से मुक्‍त रखा गया है. सीएम योगी और यूपी सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक माने जाने वाले पूर्वांचल एक्‍सप्रेस-वे का उद्घाटन करने पीएम मोदी ने किया. वे हरक्यूलिस विमान से पहुंचे थे.

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