Breaking Newsमहाराष्ट्रमुंबईस्वास्थ्य

अब नवी मुंबई में बोका वायरस से हड़कंप

छोटे बच्चों के लिए बेहद खतरनाक होता है यह वायरस

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
नवी मुंबई: नवी मुंबई के खारघर में बच्चों के लिए बेहद खतरनाक माने जाने वाले बोका वायरस(Boca virus stirred up in New Mumbai)  मिलने से हड़कंप मच गया है. दो साल का एक बच्चा वायरस से संक्रमित पाया गया है. जिसका खारघर के मेडिकवर अस्पताल में उसका इलाज किया जा रहा है. बोका वायरस एक दुर्लभ वायरस है जो एक से तीन साल के बच्चों को संक्रमित करता है. शुरुआत में सांस लेने में दिक्कत के साथ सर्दी-खांसी इसके लक्षण हैं.
     बोका वायरस से पांच बच्चे संक्रमित 
बोका वायरस से संक्रमित पांच बच्चों का पनवेल में इलाज किया गया है. इन बच्चों की हालत फिलहाल स्थिर है. बाल रोग विभाग के प्रमुख संदीप सावंत ने कहा कि पिछले चार महीनों में बोका वायरस से संक्रमित पांच बच्चों का इलाज किया गया है.
पनवेल नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने बोका वायरस की पुष्टि करते हुए  नागरिकों से छोटे बच्चों की विशेष देखभाल करने का आग्रह किया है.
     कैसे होती है बोका वायरस की जांच 
बोका वायरस का पीसीआर परीक्षण द्वारा नाक, मल और रक्त के नमूनों से पता लगाया जाता है. चूंकि यह परीक्षण बहुत महंगा है इसलिए इसका परीक्षण नियमित रूप से नहीं किए जाते हैं. यह परीक्षण गंभीर रूप गंभीर श्वसन संकट वाले बच्चों में किया जाता है. इस वायरस की व्यापकता 1.5 प्रतिशत से 19.3 प्रतिशत तक है. यह वायरस साल भर पाया जाता है. लेकिन, मुख्य रूप से सर्दी और गर्मी के मध्य में वायरस का संक्रमण अधिक रहता है.
    बोका वायरस के लक्षण
 बोका वायरस मुख्य रूप से बच्चों में पाया जाता है. सर्दियों में इस वायरस संक्रमित होने का जोखिम अधिक होता है. बोका वायरस के कई प्रकार होते हैं जैसे टाइप 1, टाइप 2 और टाइप 4, टाइप 1 वायरस मुख्य रूप से श्वसन पथ के संक्रमण से जुड़े होते हैं. गैस्ट्रोएंटरोलॉजी यानी टाइप 2 और 4 डायरिया, ओटी पेट दर्द आदि के लक्षणों के साथ पेट की गड़बड़ी से जुड़ा संक्रमण है. यह वायरस मुख्य रूप से तीन साल से कम उम्र के बच्चों को संक्रमित करता है. इस वायरस के लक्षण अन्य इन्फ्लूएंजा वायरस के समान हैं. इनमें मुख्य रूप से खांसी, जुकाम और सांस की नली में संक्रमण शामिल हैं. इसलिए इस वायरस का जल्द पता लगाना चुनौतीपूर्ण होता है.

Related Articles

Back to top button