महाराष्ट्र के कई जिलों में बिजली गुल, हड़ताल के कारण केवल 6000 मेगावॉट बिजली का हुआ उत्पादन
पुणे की हालत खराब, मोबाइल चार्ज के भी पड़े लाले

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Maharashtra Electricity Workers Strike: बिजली कंपनियों के निजीकरण के लिए आज से महाराष्ट्र में हड़ताल पर गए बिजली कर्मचारियों के कारण महाराष्ट्र के कई जिलों में बिजली गुल हो गई है. महाराष्ट्र में आज केवल 6000 हजार मेगावॉट बिजली का उत्पादन हुआ. सबसे बुरी हालत पुणे निवासियों की है. यहां आधी रात से ही बिजली आपूर्ति बंद होने से लोगों को मोबाइल चार्ज करने के लिए भी मुश्किल हो गया है.
पुणे में बिजली गायब होने का आलम यह है कि बिजली आपूर्ति ठप होने से सभी सिग्नल बंद हो गए हैं. परिणामस्वरूप सब जगह ट्रैफिक जाम लग गया है. (Electricity failure in many districts of Maharashtra, only 6000 MW of electricity was produced due to the strike)
रायगड जिले में भी कई स्थानों पर बिजली गायब होने की खबर है. पनवेल के इंडिया बुल्स ( Panvel India Bulls) में देर रात से बिजली नहीं है. उरण में भी कुछ स्थानों पर बिजली गायब है. हालांकि नवी मुंबई और एमआईडीसी में बिजली आपूर्ति जारी है.
नागपुर (Nagpur) में तीन उप केन्द्र बंद होने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. खापरखेड़ा प्लांट की यूनिट 2,3,4 बंद पड़ गए हैं. यहां के 95 प्रतिशत कर्मचारी हड़ताल पर हैं. अकोला महाऔष्णिक विद्युत केंद्र का भी हाल बुरा है . संभाजी नगर जिले के बैजापुर तालुका में रात से बिजली आपूर्ति खंडित हो गई है. भंडारा और रत्नागिरी जिले में भी बिजली सप्लाई पर असर पड़ा है.
राज्य सरकार ने लगाया मेस्मा
बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के पहले दिन राज्य में पैदा हुए बिजली संकट को देखते हुए राज्य सरकार ने मेस्मा लगा दिया है. उसके बाद भी कर्मचारी हड़ताल खत्म करने को तैयार नहीं है. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार बिजली कंपनियों के निजीकरण का जब तक फैसला वापस नहीं लेती है हड़ताल जारी रहेगी.