शिवडी टीबी अस्पताल में लगेगा बायोगैस प्लांट
400 किलो वॉट बिजली पैदा करने का लक्ष्य, डंपिंग ग्राउंड में कम होगा कचरा

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई महानगरपालिका ने शिवडी अस्पताल में निकलने वाले गीले कचरा का निपटारा करने के लिए अस्पताल में ही बायोगैस प्लांट लगाने का निर्णय लिया है. (Biogas plant will be installed in Shivdi TB Hospital) बीएमसी अधिकारी ने बताया कि बायोगैस प्लांट से लगभग 400 किलो वैट बिजली पैदा होगी. बीएमसी इस प्लांट के निर्माण पर लगभग 3 करोड़ रुपए खर्च करेगी. इससे डंपिंग ग्राउंड में भेजे जाने वाले कचरे में भी कमी आएगी.
बीएमसी मुंबई से रोजाना निकलने वाले हजारों टन कचरे की समस्या का निपटारा करने के लिए जगह जगह प्लांट लगाने का निर्णय लिया है. बीएमसी की योजना सभी 24 वार्डों में एक प्लांट शुरू करने की योजना है. मनपा प्रशासन ने एफ साउथ वार्ड के शिवडी स्थित टीबी अस्पताल में बायोगैस प्लांट शुरू करेगी. मनपा एफ साउथ के सहायक आयुक्त महेश पाटिल ने बताया कि शिवडी टीबी अस्पताल में लगाया जा रहा बायोगैस प्लांट पोर्टेबल प्लांट होगा. प्लांट लगाने के लिए 5 साल का ठेका देगी, जिसमें कंपनी बायोगैस का उत्पादन से लेकर उसकी देखभाल आदि के लिए जिम्मेदार होगी.
शिवडी अस्पताल की कैंटीन और आस पास के होटल से निकलने वाला गीला कचरा इस प्लांट में लाकर उसका निपटारा किया जाएगा. बायोगैस प्लांट अभी मात्र 350 किलो का है जिसे बढ़ाकर 2.5 टन का किया जाएगा. इस प्लांट से रोजाना 300 क्यूबिक मीटर गैस निकलेगी जिसमें 150 किलो प्योर गैस होगी. यही गैस उपयोगी होगी. गैस प्लांट से बिजली पैदा कर उसका उपयोग अस्पताल की कैंटीन में खाना पकाने से लेकर अस्पताल परिसर में लगी स्ट्रीट लाइट एवं अस्पताल में उपयोग किया जाएगा. इस प्लांट से पैदा होने वाली बिजली का उपयोग कर प्लांट लगाने में हुए कुल खर्च को 5 साल में बिजली बचाकर वसूल कर लिया जाएगा.
डी वार्ड में शुरू है एक बायोगैस प्लांट
मनपा प्रशासन ने इसके पहले डी वार्ड स्थित हाजी अली के पास एक बायोगैस प्लांट शुरू किया है. जिससे पैदा होने वाली बिजली का उपयोग वाहनों के चार्जिग के लिए किया जा रहा है. मनपा का यह पहला बायोगैस प्लांट है. हाजी अली के प्लांट से 300 यूनिट बिजली तैयार की जा रही है. इस प्लांट में भी रोज 2 मैट्रिक टन कचरा का निपटारा किया जाता है.