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पाइप लाइन पर बनेगा पैदल यात्री पुल, बीएमसी खर्च करेगी 2 करोड़ रुपए

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. बीएमसी के तानसा, मोडकसागर, मध्य वैतरणा और भातसा जलाशयों से मुंबई को प्रतिदिन लगभग 3850 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है. ठाणे जिले से पानी की आपूर्ति के लिए मोडकसागर और तानसा जलाशयों से मुंबई शहर तक विभिन्न व्यास की पाइप लाइनों के माध्यम से की जाती है. (Pedestrian bridge will be built on pipeline)
इन पाइप लाइनों की मरम्मत के लिए पुलों का निर्माण किया गया था. वर्तमान में यह पुल जर्जर व खतरनाक हो गए हैं. बीएमसी प्रशासन ने ऐसी जगहों पर नया पुल बनाने का निर्णय लिया है.
सर्विस रोड का का भी निर्माण
बीएमसी ने जर्जर हो चुके पुलों के साथ सर्विस रोड का भी निर्माण करेगी जिससे पाइप लाइन की मरम्मत में आसानी हो सके. यह सर्विस रोड मोडक सागर और तानसा, अपर वैतरणा, मध्य वैतरणा पाइप के बगल में किया जाएगा.सड़क का निर्माण काल्हेर से अघाई तक किया जाएगा. उक्त सड़क का उपयोग तानसा और मोडकसागर जलाशय तक जाने के लिए किया जाता है. खलिंग खुर्द गांव में पानी की नालियों को पार करने के लिए इस सड़क के माउज में सीमेंट कंक्रीट फुटिंग्स का इस्तेमाल किया जाता था. वर्तमान में ये फुटिंग्स जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं और वैतरणा, मध्य वैतरणा और तानसा पाइप लाइन को पार करने के लिए दैनिक रखरखाव के काम के लिए असुरक्षित हैं.
मशीनरी ले जाना हुआ था कठिन
आपातकालीन या नियमित काम के दौरान पाइप लाइनों के रखरखाव के लिए, पाइप लाइनों के बीच कुछ दूर दराज इलाकों में सामग्री और मशीनरी के साथ संचालन और रखरखाव कर्मियों तक पहुंचना मुश्किल होता है. मानसून के दौरान संचालन एवं अनुरक्षण कर्मचारियों को नियमित रख-रखाव कार्य करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस संबंध में उत्कर्ष सेवा संस्था, भिवंडी एवं ग्राम पंचायत पुंडास के पत्र प्राप्त हुए हैं. पत्र में उल्लेख है कि खलिंग गांव के स्थानीय ग्रामीणों को कब्रिस्तान और उनके खेत तक जाने के लिए सड़क नहीं है. इसलिए इस प्रस्ताव के तहत मौजे खलिंग खुर्द में जल नालों के संचालन एवं रख-रखाव के साथ-साथ जल नालों को पार करने के लिए पैदल पुल का निर्माण करने का निर्णय लिया गया है.
इस कार्य के लिए श्रीखंडे कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड उन्हें परियोजना प्रबंध सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है. सलाहकार को 1,00,42,458 रुपए दिए जाएंगे. उनकी स्वीकृति के बाद वास्तविक कार्य शुरू किया जाएगा.




