Breaking Newsमहाराष्ट्रमुंबईराजनीति

शिवसेना संघर्ष: तेजी से बदला घटनाक्रम, शिंदे गुट का सुप्रीम कोर्ट में कैविएट,

ठाकरे गुट ने पार्टी खाते से ट्रांसफर किए पैसे

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. शिवसेना के दोनों गुटों में मचे घमासान के बीच शनिवार को राजनीतिक घटनाक्रम में तेजी से बदलाव देखने को मिला. (Shiv Sena struggle: rapid turn of events, Shinde faction’s caveat in Supreme Court) शुक्रवार को केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने शिवसेना पार्टी और चुनाव चिन्ह धनुष बाण पर शिंदे गुट के पक्ष में निर्णय दिया था. लेकिन शुक्रवार से लेकर शनिवार के बीच दिन भर दोनों गुटों के जबरदस्त हलचल रही. उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की घोषणा की, वहीं शिंदे गुट की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दायर कर दिया गया. शिंदे गुट ने कहा कि बिना उनका पक्ष सुने सुप्रीम कोर्ट इस विषय पर कोई फैसला न सुनाए.

शनिवार को आई चौंकाने वाली जानकारी 

लेकिन शनिवार को इससे भी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. शिंदे गुट राज्य भर की सभी शिवसेना शाखाओं पर कब्जा करने की तैयारी कर रही थी. शिंदे गुट के विधायक संजय सिरसाट ने कहा कि वे शिवसेना भवन छोड़ कर सभी पर दावा ठोकेंगे. यहां तक की पार्टी के बैंक खातों को भी लेने दावा किया गया. अब खबर आ रही है कि पार्टी के बैंक खातों में रखे गए करोड़ों रुपए दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए गए हैं. दोनों गुटों में शह मात देने की कवायद चल रही है.

बड़ी रकम ट्रांसफर किए जाने का आशंका 

दरअसल चुनाव आयोग के फैसले के बाद उद्धव गुट को यह अंदेशा हो गया था कि शिंदे गुट बैंक खातों में पड़े रुपए पर भी अपना दावा कर सकता है. इसलिए बैंक खातों में रखे गए करोड़ों रुपए किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए गए. हालांकि यह जानकारी नहीं मिल सकी की खाते से कितनी बड़ी रकम ट्रांसफर की गई है.

युवा सेना पर भी कब्जा की रणनीति

शिंदे गुट पार्टी के बचे हुए सांसद – विधायक के साथ ही पदाधिकारियों पर भी दावा करने जा रहा है. उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे युवा सेना के प्रमुख हैं. शिवसेना युवा युवती सेना पर कब्जा करने से पहले शिंदे गुट ने पदाधिकारियों  की कार्यकारिणी घोषित कर दी. जिसमें डॉ.प्रियंका पाटील, पूजा टांकसालकर, प्रज्ञा बनसोडे, स्नेहल कांबले, शर्मिला येवले, शर्वरी गावंडे, क्षितिजा कांबले, पूजा लोंढे, श्वेता म्हात्रे, शिवानी खानविलकर इन 10 पदाधिकारियों को कार्यकारिणी में शामिल किया गया है. इससे आदित्य ठाकरे का टेंशन बढ़ सकता है.

 

 

Related Articles

Back to top button