संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में पैदा हुए चार टाइगोन
उद्यान में टाइगर की संख्या बढ़ कर 10 हुई

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में मादा टाइगर ने एक साथ चार नए टाइगोन को जन्म दिया है. उद्यान के कर्मचारी नये शावकों के आने से बहुत खुश हैं. चार नये टाइगोन के आने से अब राष्ट्रीय उद्यान में टाइगर की संख्या बढ़ कर 10 हो गई है. (Four tigons born in Sanjay Gandhi National Park)
राष्ट्रीय उद्यान के और टाइगर सफारी के अधिकारी विजय बारब्दे ने इनसाइट न्यूज स्टोरी को बताया कि दुनिया भर में बाघों की संख्या घटती जा रही है. राष्ट्रीय उद्यान में बाघ के टाइगोन का जन्म होने से वन विभाग के अधिकारी/ कर्मचारी बहुत खुश हैं. क्योंकि 13 साल के बाद यहां बाघ के शावक पैदा हुए हैं.
मुंबई के संजय गांधी नेशनल पार्क में मादा बाघ श्रीवल्ली ने एक नहीं, दो नहीं बल्कि चार शावकों को एक साथ जन्म दिया है. इन टाइगोन के पिता टाइगर बाजीराव है.
देश भर से नागरिक राष्ट्रीय उद्यान घूमने आते हैं. इस नेशनल पार्क में होने वाली टाइगर सफारी हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है. वर्तमान में इस राष्ट्रीय उद्यान में श्रीवल्ली, बाजीराव, चंद्रा, मोहिनी, लक्ष्मी, बिजली जैसे 06 बाघ हैं. लेकिन बाघ की जोड़ी बसंती और यश द्वारा 2010 में पैदा हुए शावकों के 13 साल बाद बाघ की जोड़ी श्रीवल्ली और बाजीराव ने शावकों को जन्म दिया है.
श्रीवल्ली को मार्च 2022 में और बाजीराव को दिसंबर 2020 में राष्ट्रीय उद्यान में लाया गया था. वर्तमान में, बाजीराव 08 और श्रीवल्ली 4 वर्ष के हैं. जन्म लेने वाले चारों शावक तीन महीने तक अपनी मां यानी श्रीवल्ली के पास रहेंगे.
राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर सफारी के अधिकारी विजय बारब्दे ने कहा कि शावकों को गर्मी से बचाने के लिए उनके पिंजरों के आसपास कूलर लगाए जाएंगे. साथ ही पिंजरे के आसपास पानी छिड़क कर ठंडा रखा जा रहा है. कम से कम तीन महीने तक किसी को भी टाइगोन को देखने नहीं दिया जाएगा. उनकी अच्छी परवरिश पर ध्यान दिया जाएगा. उन्हें ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक वातावरण और मां के नजदीक रखा जाएगा. फिलहाल चारों टाइगोन का अधिकारी विशेष ध्यान रख रहे हैं.




