ईडी ने मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल को पत्र भेज कर मांगा खर्च का ब्यौरा, मनपा अधिकारियों का तनाव चरम पर
अतिरिक्त पी वेलारासू ने गुरुवार देर शाम की अधिकारियों के साथ बैठक

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Covid Scam: मुंबई. कोविड काल में मुंबई महानगरपालिका (ED Letter to BMC Commissioner) में किए गए कथित घोटाले को लेकर अब ईडी ने मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल को पत्र भेज कर करोना में हुए खर्च का ब्यौरा मांगा है. ईडी का पत्र मिलने के बाद अतिरिक्त आयुक्त (प्रोजेक्ट) पी वेलारासू ने मनपा उपायुक्त, सहायक आयुक्तों के साथ गुरुवार देर शाम बैठक की. इस बैठक में ईडी के पत्र को लेकर चर्चा की गई. सूत्रों के मुताबिक खर्च का ब्यौरा मांगे जाने से मनपा अधिकारी प्रचंड तनाव में हैं. (ED sent a letter to Municipal Commissioner Iqbal Singh Chahal seeking details expenditure, tension of Municipal officials at its peak)
सताधारी बीजेपी और शिवसेना के नेताओं ने कोविड काल में किए गए खर्च को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि कोरोना काल में कोविड सेंटरों के निर्माण में घोटाला हुआ है. बीजेपी का आरोप है कि मृतकों के बैग से लेकर कई उपकरणों की खरीद कीमत ज्यादा दिखाई गई है.
ईडी अब इन आरोपों की जांच कर रही है ईडी ने मुंबई मनपा को एक पत्र भेज कर कोरोना काल के दौरान हुए सभी खर्चों का ब्योरा मांगा है. लाइफलाइन कंपनी से जुड़े कथित कदाचार मामले में पूछताछ के लिए ये दस्तावेज मंगाए गए हैं. यह पत्र वर्तमान प्रशासक एवं मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल को भेजा गया है.
ईडी कोरोना काल में कथित टेंडर में भ्रष्टाचार के मामले की जांच कर रही है. कैग रिपोर्ट में भी कोविड घोटालों को लेकर मनपा प्रशासन पर संदेह व्यक्त किया गया था. साथ ही मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की तरफ से जांच समिति बनाई गई है. मनपा के तत्कालीन और वर्तमान अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं. ईडी ने यह जानकारी मांगी है कि मुंबई मनपा ने कुल कितना पैसा खर्च किया, कितने टेंडर जारी किए गए और किन ठेकेदारों को दिए गए.
कोविड घोटालों को लेकर ईडी ने कई स्थानों पर छापेमारी की है जिसमें पूर्व अतिरिक्त आयुक्त संजीव जायसवाल, मनपा ठेकेदार, आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण भी शामिल हैं. ईडी के एक्शन मोड के कारण मनपा में हड़कंप मचा हुआ है. है. इससे पहले मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल से पूछताछ की थी.
सूरज चव्हाण के घर ईडी की छापेमारी 17 घंटे तक चली थी. इसके बाद सूरज चव्हाण को ईडी दफ्तर बुलाया गया और पूछताछ की गई. इस छापेमारी में ईडी को करोड़ों की संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं. अतिरिक्त आयुक्त संजीव जायसवाल शुक्रवार को ईडी दफ्तर गए थे. वहां से बाहर निकलने के बाद कहा कि वे बीमार थे इसलिए पूछताछ के लिए नहीं आ सके थे. ईडी अधिकारियों ने जो सवाल किए हमने सभी का उत्तर दिया . हम ईडी को सहयोग कर रहे हैं. आगे भी यदि पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा तो मैं जाऊंगा, फिलहाल दुबारा पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है.