ठाकरे ने लगाया मनपा चुनाव में अड़ंगा,अक्टूबर नवंबर में साफ होगा चुनाव का रास्ता, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लगाया आरोप

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई महानगरपालिका चुनाव (BMC Election) कराने का रास्ता अक्टूबर या नवंबर में साफ हो सकता है. चुनाव तो पहले की कराए जाते लेकिन ठाकरे की तरफ से चुनाव में अड़ंगा लगाया जाता रहा है. कोर्ट में दायर याचिकाओं के कारण कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है. इस कारण से चुनाव नहीं हो पा रहे हैं. MCGM Election may be in October, Say Dy CM Devendra Fadanavis)
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने सोमवार को आरोप लगाया कि मुंबई मनपा चुनाव हमारी वजह से नहीं बल्कि ठाकरे समूह की वजह से रुका हुआ है.
मनपा को लेकर ठाकरे ग्रुप ने कोर्ट में याचिका लगाई है. एक याचिका आरक्षण के लिए है. ये सभी याचिकाएं लंबित हैं. कोर्ट ने स्थिति को यथावत रखने का आदेश दिया है. इसीलिए मनपा चुनाव रोक दिया गया है. इसके बावजूद, ठाकरे समूह हम पर मनपा चुनाव रोकने का आरोप लगाता है. हालांकि देवेन्द्र फड़णवीस ने भरोसा जताया कि कोर्ट अक्टूबर या नवंबर तक चुनाव का रास्ता साफ कर देगा.
गौरतलब हो कि मनपा का कार्यकाल पिछले वर्ष 7 फरवरी को खत्म हो गया था. मनपा पर प्रशासन नियुक्त किया गया है. इससे स्थानीय स्तर पर नागरिकों के काम प्रभावित हो रहे हैं. शिवसेना ठाकरे गुट की तरफ से शनिवार को मनपा मुख्यालय पर मोर्चा निकाला गया था. इस मोर्चे को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री एवं ठाकरे गुट के विधायक आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि मनपा में न कमेटी है और न ही महापौर , मनपा प्रशासक सरकार के दबाव में परियोजनाओं की कीमत बढ़ा कर घोटाला कर रहा है.
मनपा चुनाव नहीं होने से 227 नगरसेवकों के पास अब कोई काम नहीं है. वार्ड की जनता से सीधे संपर्क में रहने वाले नगरसेवक काम नहीं होने से जनता से कट गए हैं. चुनाव जितना लंबा खिंच रहा है उनका तनाव उतना ज्यादा बढ़ता जा रहा है. सत्ताधारी पार्टी के पूर्व नगरसेवकों के क्षेत्र में पालक मंत्री और विधायक के जरिए काम किया जा रहा है लेकिन शिवसेना ठाकरे गुट, कांग्रेस , सपा के पूर्व नगरसेवकों के वार्ड में काम नहीं किया जा रहा है. शिवसेना शिंदे गुट के एक नगरसेवक ने आरोप लगाया कि हमने अपने कार्यालय में जिन परियोजनाओं के लिए मंजूरी दिलाई थी, फंड दिलाया था पूरा होने के बाद हमें उद्घाटन भी नहीं करने दिया जा रहा है. सत्ताधारी पार्टी की तरफ से विपक्षी दलों के नगरसेवकों के हाथों उद्घाटन नहीं करने देने का आदेश में मनपा सहायक आयुक्तों को दिया गया है.