मलाड में श्रीराम कथा में शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुन हर्षित हुए भक्त
सनातन की रक्षा हर हिंदू का मुख्य कर्तव्य है- मनोज अवस्थी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई.मलाड पश्चिम के म्हाडा एकता नगर में कलश यात्रा के साथ संगीतमय श्री राम कथा में कथावाचक आचार्य मनोज अवस्थी जी ने व्यासपीठ से शिव-पार्वती विवाह Shiv Parvati Vivah) का प्रसंग सुनाया. प्रसंग सुन श्रद्धालु भावविभोर हो गए. उन्होंने कहा कि,सनातन की रक्षा हर हिंदू का मुख्य कर्तव्य है. पर्वतराज हिमालय की घोर तपस्या के बाद माता जगदंबा प्रकट हुईं और उन्हें बेटी के रूप में उनके घर में अवतरित होने का वरदान दिया.(Devotees were happy to hear the incident of Shiva-Parvati marriage in Shri Ram Katha in Malad)
इसके बाद माता पार्वती हिमालय के घर अवतरित हुईं. बेटी के बड़ी होने पर पर्वतराज को उनकी शादी की चिंता सताने लगी. माता पार्वती बचपन से ही बाबा भोलेनाथ की अनन्य भक्त थीं. एक दिन पर्वतराज के घर महर्षि नारद पधारे और उन्होंने भगवान भोलेनाथ के साथ पार्वती के विवाह का संयोग बताया. कहा कि नंदी पर सवार भोलेनाथ जब भूत-पिशाचों के साथ बरात लेकर पहुंचे तो उसे देखकर पर्वतराज और उनके परिजन अचंभित हो गए, लेकिन माता पार्वती ने खुशी से भोलेनाथ को पति के रूप में स्वीकार कर लिया. मलाड में 12 जनवरी कथा प्रारंभ हुई है जो 20 जनवरी तक चलेगी.छत्रपति संभाजी राजे मैदान में चल रहे कथा शाम 5 से 9 बजे तक होती है. बड़ी संख्या में भक्त मंत्रमुग्ध होकर कथा का रसपान कर रहे हैं.
इस कथा के मुख्य पोथी यजमान कलाकांत मिश्रा हैं. संचालन का कामकाज राजीव मिश्रा और अविनाश दिनेश पांडेय मीडिया प्रभारी का कार्य संभाल रहे हैं. इसके अलावा श्री राम कथा में अजीत पांडेय सहित बड़ी संख्या में लोगों के सहयोग से इसके कथा का आयोजन चल रहा है. इस अवसर पर कथा में पहुंचे राजेश मिश्रा,पंकज पांडेय, मनोज सहित अन्य गणमान्यों का स्वागत किया.




