बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को भारत चुनाव आयोग ने पद से हटाया
चार साल से पद पर हैं काबिज, दो अतिरिक्त आयुक्त को भी हटाने का आदेश

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. चार साल से बीएमसी कमिश्नर के पद पर काबिज इकबाल सिंह चहल (को भारत चुनाव आयोग ने पोस्ट से हटाने का आदेश दिया है. चहल के साथ बीएमसी के दो अतिरिक्त आयुक्त पी वेलरासू और अश्विनी भिड़े को भी हटाने के लिए कहा है. इन दोनों ने तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. (BMC Commissioner Iqbal Singh Chahal removed from post by Election Commission of India)
केंद्रीय निर्वाचन आयोग ( Election Commission of india) ने इन अधिकारियों को हटाने के लिए राज्य सरकार को तीन बार पत्र लिखा था लेकिन राज्य सरकार उनका ट्रांसफर नहीं कर रही थी. केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा बार बार निर्देश के बावजूद राज्य सरकार ने इकबाल चहल का तबादला नहीं किया. चुनाव आयोग ने सोमवार को खुद इकबाल सिंह चहल और दोनों अतिरिक्त आयुक्त को हटाने का आदेश महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को थमा दिया.
मनपा आयुक्त और प्रशासक रूप में काम कर रहे इकबाल सिंह चहल 8 मई 2020 को मनपा आयुक्त पद पर कार्यरत हुए थे. मनपा का कार्य काल 2022 में ख़त्म होने के बाद मनपा चुनाव की प्रक्रिया नहीं होने से राज्य सरकार ने मनपा आयुक्त को प्रशासक बना कर मनपा में बैठा दिया. चार साल बीतने के बाद भी चहल का ट्रांसफर नहीं किया जा रहा था जिससे केंद्रीय चुनाव आयोग बहुत खफा था. शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव आचार संहिता लागू हो गई. रविवार अवकाश था. सोमवार को चुनाव आयोग ने चहल को मनपा आयुक्त पद से हटा दिया.
चुनाव आयोग ने तीन साल पूरा किए सभी आयुक्त अथवा वरिष्ठ अधिकारियो को हटाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा दो अन्य आईएएस अधिकारी जिन्होंने मनपा में अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है, वे अतिरिक्त आयुक्त (परियोजनाएं) पी. वेलारासू (P Velarasu) और अश्विनी भिड़े ( Ashvini Bhide) हैं, जिन्हें चुनाव आयोग ने स्थानांतरित करने का भी निर्देश दिया है.
चहल पर आरोप लगते रहे हैं कि अपने कार्यकाल के दौरान वे मंत्रियों की जी हुजूरी करते रहे हैं. पहले आघाड़ी सरकार के चहेते अधिकारी थे. उन पर कोविड में घोटाला करने, मनमाने निर्णय से मनपा को नुकसान पहुंचाने का आरोप विपक्षी दल भाजपा लगाती थी. राज्य में सरकार बदलने के बाद चहल महायुति के मंत्रियों के चहेते अधिकारी बन गए. पूर्व की सत्ताधारी पार्टी शिवसेना यूबीटी ने राज्य सरकार के आदेश पर मनपा को आर्थिक रूप से खोखला करने का आरोप लगाते रहे. मंत्रियों नेताओं को मैनेज करने में महारत हासिल करने वाले इकबाल सिंह चहल चार साल मनपा आयुक्त का पद संभालते रहे. शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे, विरोधी पक्ष नेता विजय वडेट्टीवार ने चुनाव आयोग से आयुक्त को हटाने की मांग की थी. आखिरकार चुनाव आयोग ने चहल को हटा दिया. उनके स्थान पर किसे बीएमसी की कमान मिलेगी यह अभी निश्चित नहीं है.