संजय निरुपम को कांग्रेस ने पार्टी से निकाला, पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण 6 साल के लिए कांग्रेस से निष्कासित

नाना पटोले ने आगे कहा कि पार्टी विरोधी काम करने के लिए संजय निरुपम पर अनुशासन की कार्रवाई हो, इसका निर्णय शाम तक हो जाएगा. निरुपम को कोई नोटिस नहीं दी जाएगी और ऑन दि स्पॉट फैसला होगा. उनको किस पार्टी में जाना है, इसका निर्णय वो लें.
कांग्रेस पार्टी के प्रस्ताव पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जवाब देते हुए संजय निरुपम ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी मेरे लिए ज्यादा ऊर्जा और स्टेशनरी नष्ट ना करे. बल्कि अपनी बची कुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे. वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है. मैंने जो एक हफ्ते की अवधि दी थी, वह आज पूरी हो गई है. कल मैं खुद फैसला ले लूंगा. देर रात संजय निरुपम को 6 वर्ष के लिए पार्टी से निकाल दिया गया.
दरअसल संजय निरुपम उत्तर पश्चिम मुंबई से चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन यह सीट शिवसेना यूबीटी को दी गई है. शिवसेना यूबीटी के हिस्से में मुंबई की 6 में से 5 सीटें दी गई हैं. इससे नाराज निरुपम ने शिवसेना यूबीटी के सामने कांग्रेस का सरेंडर बताया था. पार्टी नेताओं की चुप्पी पर भी संजय खफा थे. कांग्रेस पार्टी संजय ही बड़े उत्तर भारतीय नेता बचे थे आज उन्हें भी निकाल दिया गया. इससे कांग्रेस का मुंबई में कमजोर होना तय माना जा रहा है.




