कोविड घोटाला कर बुरे फंसे मनपा अधिकारी
150 अधिकारियों, अभियंताओं को SIT ने भेजा समन

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई पुलिस की विशेष जांच समिति ( SIT) कोविड काल में किए गए घोटालों की जांच कर रही है. कोरोना महामारी काल के दौरान बॉडी बैग, दवाओं की खरीद, बिना प्रक्रिया के टेंडर घोटाला और अत्यधिक दरों पर भूखंडों की खरीद जैसे 12,000 करोड़ रुपए के कथित घोटाले के आरोप में एसआईटी ने मनपा के 150 से ज्यादा इंजीनियरों और अधिकारियों को समन जारी किया गया है. ( BMC Covid scam SIT sent summons to 150 municipal officials and engineers)
इससे इंजीनियर व संबंधित अधिकारियों की परेशान बढ़ गई हैं. एसआईटी सूत्रों के अनुसार जिन इलाकों में जंबो कोविड सेंटर बनाए गए थे उन सभी सहायक मनपा आयुक्तों की भी जांच की जाएगी. जंबो कोविड सेंटर प्रभारी डीन, म्हाडा, एमएमआरडीए अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए समन भेजा गया है.
कथित कोविड घोटाले में पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर, अतिरिक्त आयुक्त पी. वेलरासू और डिप्टी कमिश्नर रमाकांत बिरादर के खिलाफ अग्रीपाड़ा पुलिस स्टेशन में एफआईआर भी दर्ज की गई है. कोविड काल में घोटाला कर अब यह अधिकारी बुरी तरह फंस गए हैं.
मार्च 2020 से मुंबई में कोरोना की एंट्री हुई. उस समय स्वास्थ्य तंत्र को सटीक औषधि उपचार की जानकारी नहीं थी. रोगियों के लिए पर्याप्त अस्पताल नहीं थे. बेड की कमी दूर करने के लिए मनपा ने जगह-जगह जंबो कोविड सेंटर बनाए थे. साथ ही दवाओं के संबंध में निर्देश मिलने के बाद बड़ी मात्रा में दवाएं खरीदी गईं और मृत मरीजों को ढकने के लिए बॉडी बैग आदि खरीदे गए. स्थायी समिति की पूर्व अनुमति से मनपा द्वारा दवाओं, बॉडी बैग, जंबो अस्पताल के निर्माण आदि पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए. हालांकि, इन सभी खर्चों का हिसाब-किताब समय पर जमा नहीं करने और बढ़ी हुई दर पर खरीदारी का कारण बताने पर पूर्व बीजेपी सांसद किरीट सोमैया ने शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उक्त खरीद प्रक्रिया में घोटाला हुआ है.
12 हजार करोड़ के कथित घोटाले में सीएजी ने भी शिकंजा कसा. उधर, ईडी ने नगर पालिका के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के घरों पर भी छापेमारी कर जांच शुरू कर दी है. इस बीच राज्य सरकार ने घोटाले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया और इस कमेटी ने जांच शुरू कर दी. अब माना जा रहा है कि 12 हजार करोड़ रुपए के इस कथित घोटाले की जांच के लिए एसआईटी ने मनपा के 150 इंजीनियरों और अधिकारियों को पूछताछ के लिए समन भेजा है. इन अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है.