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मुंबई में पानी कटौती की घोषणा, 30 मई से 5% और 5 जून से 10% पानी कटौती

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. मुंबई महानगरपालिका ने शहर में गुरुवार, 30 मई 2024 से पानी की आपूर्ति में 5 प्रतिशत की कटौती और बुधवार, 5 जून 2024 से 10% पानी  कटौती की घोषणा की है. जलाशयों में बहुत कम पानी बचा होने के कारण पानी कटौती का निर्णय लिया गया है. (Water cut announced in Mumbai, 5% water cut from 30th May and 10% water cut from 5th June)

बीएमसी के अनुसार वर्ष  2021 और 2022 में मानसून 15 अक्टूबर तक सक्रिय रहा. लेकिन 2023 में अक्टूबर महीने में अपेक्षाकृत बहुत कम बारिश हुई. नतीजतन, पिछले साल की तुलना में इस साल जल भंडार करीब 5.64 फीसदी कम रहा.
आज 25 मई 2024 तक मुंबई को जलापूर्ति करने वाले बांधों में कुल 1,40,202 मिलियन लीटर पानी उपलब्ध है. वर्तमान में, 14,47,363 मिलियन लीटर प्रति वर्ष की आवश्यकता के मुकाबले केवल 9.69 प्रतिशत जल भंडार बचा है. बीएमसी प्रशासन जल भंडार पर कड़ी नज़र रख रहा है और हर दिन योजनाबद्ध तरीके से पानी की आपूर्ति कर रहा है.
इतना ही नहीं, मुंबई को भातसा जलाशय से 1,37,000 मिलियन लीटर और अपर वैतरणा जलाशय से 91,130 मिलियन लीटर अतिरिक्त पानी भी मिलेगा. फिलहाल मुंबई के लिए पानी का स्टॉक उपलब्ध है और मुंबईकरों को घबराने की जरूरत नहीं है.
 भारतीय मौसम विभाग ने इस वर्ष मानसून के समय पर आने की भविष्यवाणी की है, जो भी एक सकारात्मक बात है. बीएमसी ने  हाल ही में बढ़े तापमान, बढ़ते वाष्पीकरण और पानी के भंडार के 10 प्रतिशत से भी कम होने को देखते हुए एहतियाती उपाय के तौर पर पानी की कटौती लागू करने का फैसला किया है.
बीएमसी द्वारा ठाणे, भिवंडी-निजामपुर मनपा और अन्य गांवों को दी जाने वाली जलापूर्ति पर भी क्रमशः 5 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की कटौती लागू होगी.
जब तक संतोषजनक वर्षा नहीं हो जाती और जलाशयों में उपयोगी भंडार में सुधार नहीं हो जाता, तब तक जल कटौती लागू रहेगी.
पानी की बर्बादी से बचें-
बीएमसी जल विभाग ने कहा कि दैनिक जीवन में पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करना और उसकी बर्बादी से बचना संभव है. इसके लिए पानी बचाने की आदतें अपनानी चाहिए.
   ऐसे बचाएं पानी
गिलास में उतना ही पानी पिएं जितना ज़रूरी हो. शॉवर का इस्तेमाल किए बिना बाल्टी में पानी भरकर नहाने से पानी की काफी बचत होती है. नल खुला रखकर दांत साफ करने और शेविंग करने से बचें.
– घर के काम करते समय नल खुला न रखें, बल्कि बर्तन में पानी लेकर काम निपटा लें.
– वाहनों को धोने के लिए पाइप का उपयोग किए बिना बाल्टी में पानी लेकर गीले कपड़े से पोंछना आसान है. टाइल्स, गैलरी, बरामदे, सीढ़ियां आदि को धोने के बजाय गीले कपड़े से पोंछें.
– पिछले दिन का पानी बासी समझकर न फेंकें. एक बार में वॉशिंग मशीन में ज़्यादा से ज़्यादा कपड़े धोने से पानी की खपत कम हो सकती है.
नलों के साथ-साथ वॉश बेसिन के नलों के प्रवाह को सीमित करने वाले या स्प्रिंकलर के रूप में पानी को बहने देने वाले नोजल बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं. ऐसे नोजल का उपयोग करके दो-तिहाई पानी की बचत करना संभव है. इसलिए नागरिकों के साथ-साथ सभी होटलों और रेस्तराओं को इनका उपयोग करना चाहिए.
– रेस्टोरेंट और होटलों में ग्राहकों को गिलास में पानी तभी पीना चाहिए जब उन्हें इसकी जरूरत हो या फिर उन्हें पानी की बोतल लेनी चाहिए. इस तरह पानी से भरे गिलास बेवजह बर्बाद नहीं होंगे.
– सभी घरों और हाउसिंग सोसाइटियों में पानी की पाइप और सिस्टम की जांच होनी चाहिए. अगर कहीं कोई लीक है तो उसे तुरंत ठीक करवाना चाहिए, इससे पानी की बचत भी होती है और पानी दूषित भी नहीं होता. छत पर पानी की टंकियां भरते समय यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि वे ओवरफ्लो न हों.
– सभी उद्योगों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को, जहां पानी का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, ऐसी प्रक्रियाएं अपनाने की आवश्यकता है जिनसे पानी की बचत हो सके.
कुल मिलाकर, जल-बचत उपायों को अपनाना आसान है. इन उपायों को अपनाकर मुंबईकरों को जितना संभव हो सके उतना पानी बचाना चाहिए, पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करना चाहिए और मनपा प्रशासन के प्रयासों में सहयोग करें.

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