Breaking Newsइंफ्रास्ट्रक्चरमहाराष्ट्रमुंबई

देवेन्द्र फडणवीस को यूं ही नहीं कहा जाता इन्फ्रामैन, जलशिवार योजना, एयरपोर्ट, मेट्रो परियोजनाएं के जरिए छोड़ी छाप

नई सरकार में अधूरे कार्यों को पूरा करने की होगी चुनौती

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) एक बार फिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. गुरुवार को वे ऐतिहासिक आजाद मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. लोकसभा चुनाव में हार के बाद निराशा की जगह फडणवीस दोगुने जोश दमखम के साथ महाराष्ट्र में महायुति की सत्ता लाने में जुटे हुए थे. अधिकांश भविष्यवाणी लोकसभा चुनाव परिणाम के अनुरूप ही विधानसभा चुनाव का परिणाम आने की संभावना व्यक्त कर रहे थे लेकिन चुनाव के बाद परिणाम पूरा उल्टा हो गया. दरअसल महाराष्ट्र में देवेन्द्र फडणवीस की छवि इनफ्रामैन की है. इन्फ्रामैन की यह छवि यूं ही नहीं बनी. उन्होंने महाराष्ट्र में इंफ्रा प्रोजेक्ट पर बहुत काम किया. (Devendra Fadnavis is not called Inframan for nothing, he left his mark through Jalshivar Yojana, Airport, Metro projects)

राज्य के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए फडणवीस ने बहुत काम किया.महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाकों में जल संचय और भूजल में वृद्धि के लिए जलशिवार योजना शुरू की थी जो कि बहुत हद तक सफल रही. मुंबई – उपनगरों में (MMR ) में बढ़ती आबादी सहूलियत देने के लिए मेट्रो का जाल बिछाने का निर्णय लिया था. यहां की घोषित 14 मेट्रो परियोजनाओं में तीन तो शुरू भी हो चुकी हैं. नागपुर, पुणे में भी में भी यातायात में सुधार के लिए मेट्रो परियोजना का निर्माण शुरू कराया.

मेट्रो विस्तार, नए हवाई अड्डों और राजमार्गो की कनेक्टिविटी के अलावा कई लंबित परियोजनाओं को पूरा करवाने में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड रहा है.

बुनियादी ढांचे में सुधार में नवी मुंबई हवाई अड्डे का विकास, मुंबई को रायगड से जोड़ने के लिए अटल सेतु, मुंबई कोस्टल रोड,  एक्सप्रेसवे का निर्माण देवेन्द्र फडणवीस की देन है.

देवेंद्र फडणवीस के प्रयासों से 701 किमी लंबा और 24 जिलों से गुजरने वाला नागपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण मील का पत्थर साबित हो रहा है. एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी बढ़ने और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है.

एक और महत्वपूर्ण परियोजना अहमदाबाद-मुंबई हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर है, जिसे जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी का समर्थन से  प्रगति पर है.  फडणवीस द्वारा राज्य के लिए शुरू की गई योजनाएं दीर्घकालिक सोच और दृष्टिकोण का नतीजा है.

फडणवीस परियोजना का उद्घाटन करके भूलने वालों में से नहीं हैं. वे लगातार प्रगति की समीक्षा करते हैं. कोशिश रहती है कि प्रोजेक्ट में आने वाली बाधाओं को दूर कर निर्धारित समय में पूरा किया जाए. कई ऐसी परियोजनाएं जिनका काम धीमा अथवा अधूरा है उनके सामने पूरा करने की चुनौती रहेगी.

शरद पवार को दी पटखनी 

महाराष्ट्र के धुरंधर नेता और राजनीति के चाणक्य शरद पवार को चारों खाने चित करना राज्य के किसी नेता कूवत नहीं थी. देवेन्द्र फडणवीस ने असंभव को भी संभव कर दिया. वे जो कहते हैं तो करते हैं, इसलिए राज्य की जनता उन पर भरोसा करती है. इस समय उनकी सोच और टक्कर का नेता महाराष्ट्र में कोई नहीं है

उद्धव को सिखाया सबक 

महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को स्थायी सरकार बनाने का जनादेश दिया है. देखना है कि पिछले दो कार्यकाल की तरह इस बार कितना सफल होते हैं. 2019 के चुनाव में संयुक्त रुप से विजय मिलने के बाद उद्धव ठाकरे ने जब छल कर कांग्रेस के पाले में बैठ गए तब फडणवीस के कारण उन्हें ऐसा सबक मिला कि पूरी पार्टी मटियामेट हो गई. महाराष्ट्र के चाणक्य शरद पवार भी अपनी पार्टी नहीं बचा पाए.

Related Articles

Back to top button