कुर्ला बस दुर्घटना का कारण आया सामने, सामने हुआ स्पार्क स्पीड पकड़ने के कारण छूट गया बस से कंट्रोल

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. सोमवार रात 9.50 बजे कुर्ला पश्चिम में बस दुर्घटना का कारण सामने आया है. इस दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई और 49 लोग घायल हुए हैं. अब भी चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं. पुलिस को दिए बयान में बस ड्राइवर संजय शिंदे ने बताया कि बस के सामने स्पार्क होने से बस स्पीड पकड़ लिया इससे हमारा बस से कंट्रोल छूट गया. मंगलवार को बस ड्राइवर संजय मोरे और बस कंडक्टर सिद्धैश मोरे को कोर्ट में पेश किया गया था. कोर्ट ने दोनों को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. (The reason behind the Kurla bus accident is now known, a spark happened in front and the bus lost control due to speeding)
संजय मोरे चार साल से बेस्ट की मिडी बस चला रहा था. अक्टूबर महीने से वह ईवी ट्रांस कंपनी की बस चला रहा था. यह बस बहुत छोटी होती हैं. लेकिन कंपनी ने तीन दिन का प्रशिक्षण देकर उसे बड़ी बस थमा दिया. मोरे के पास भारी वाहन चलाने का लाइसेंस है. बेस्ट उपक्रम की इस बात पर आलोचना की जा रही है कि वह बिना उचित प्रशिक्षण दिए कैसे एक ड्राइवर को बड़ी बस चलाने के दे दिया.
बेस्ट महाप्रबंधक अनिल डिग्गीकर ने कहा कि वह एक दिसंबर से बड़ी बस चला रहा था. शराब पीकर बस चलाने की की खबर भी झूठी है. हमने इस हादसे की जांच के चार अधिकारियों की समिति गठित की है जो टेक्निकल पहलुओं की जांच कर दो-दिन में रिपोर्ट सौंपेगी. जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
फुटपाथ हो गया कब्जा, सड़कों पर वाहनों की पार्किंग
कुर्ला स्टेशन के पास फेरीवालों ने पूरा फुटपाथ कब्जा कर लिया है. स्थानीय लोग अपने वाहनों को सड़क के दोनों तरफ पार्क कर देते हैं. इससे भीड़ भरे इस इलाके में लोग मजबूरन सड़क पर पैदल चलते हैं. लोगों के सड़क पर चलने के कारण ज्यादा लोग बस की चपेट में आ गए. सड़क पर वाहन पार्क होने के कारण लोगों को भाग कर बचने के लिए मौका ही नहीं मिला. बीएमसी भीड़ भरे इलाके के फुटपाथ भी साफ कराने में विफल रही है.
कुर्ला स्टेशन से बसों का संचालन अस्थाई बंद
7 निरपराध नागरिकों की मौत के बाद लोगों के गुस्से को देखते हुए बेस्ट प्रशासन ने कुर्ला स्टेशन से चलने वाली बसों का संचालन अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है. यह बसें लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित डिपो से चलाई जाएंगी. हालांकि इससे बीकेसी काम पर जाने वाले नोकरी पेशा लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है.
शेयर ऑटो वालों की गुंडागर्दी से परेशानी
बेस्ट अधिकारी ने कहा कि कुर्ला पश्चिम में बड़े पैमाने पर शेयर ऑटो रिक्शा चलाए जाते हैं. यह ऑटो वालों बस ड्राइवरों के साथ मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं. ऑटो वालों के कारण बसों को घुमाना भी कठिन होता है. इससे ड्राइवर परेशान रहते हैं. इन पर पुलिस को कार्रवाई की करनी चाहिए.
मृतकों के परिवार को 7 लाख मुआवजा
मृतकों के परिवार वालों को मुख्यमंत्री सहायता निधि से 5 लाख और बेस्ट प्रशासन की तरफ 2 लाख रुपए कुल 7 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा. बेस्ट अधिकारी ने कहा कि एक्सीडेंटल बीमा से मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपए दिलाने का प्रयास किया जाएगा.