गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र में पलटी बोट, 110 लोग डूबे, 13 की मौत, युद्धस्तर पर किया जा रहा बचाव कार्य

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई से एलिफेंटा (Alifanta) जाने वाली नाव नीलकमल आज शाम उरण (Uran) के पास डूब गई. इस नाव पर 110 लोग सवार थे. नाव में सवार यात्रियों को बचाने के लिए कोस्ट गार्ड मौके पर पहुंच कर तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. इसमें 80 लोगों को बचाने में सफल रहे. पानी में डूबे पांच लोगों की तलाश की जा रही है. जिनमें महिलाएं और बच्चे हैं. अब तक 13 की मौत हुई है. जिसमें नेवी के तीन जवान भी भी शामिल हैं. अभी 4 की हालत गंभीर है.
यह दुर्घटना 18 दिसंबर को शाम 5.15 बजे एक निजी नाव नीलकमल एलिफेंटा जाते समय उरण करंजा में डूब गई. नाव में 110 यात्री और चालक दल के 5 सदस्य सवार थे. नाव डूबने की सूचना मिलते ही कोस्ट गार्ड और अन्य एजेंसियों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया. पानी में डूबे 75 यात्रियों और चालक दल के 5 सदस्यों को बचा लिया गया। घायलों को जेएनपीटी, नेवी डॉकयार्ड, अश्विनी, सेंट जॉर्ज अस्पताल आदि में भर्ती कराया गया है।
बचाए गए घायल अस्पतालों में हैं भर्ती
बीएमसी आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार जेएनपीटी अस्पताल में 56 लोगों को भर्ती कराया गया, जिनमें से 3 की हालत गंभीर है और एक की मौत हो गई है. 32 लोगों को नेवी डॉकयार्ड अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनमें से 8 की हालत स्थिर है और एक की हालत गंभीर बनी हुई है.अश्विनी अस्पताल में 1, सेंट जॉर्ज अस्पताल में 9 घायलों को भर्ती किया गया है उनकी हालत स्थिर है. करंजा में 12 लोगों को भर्ती किया गया है. सभी की हालत स्थिर है. रेस्क्यू टीम ने बताया कि 5 लोगों की तलाश की जा रही है.
एलिफेंटा एक पर्यटन स्थल है. यहां बड़ी संख्या में लोग मौज मस्ती करने बोट से जाते हैं. इस दुर्घटना के कारण अब लोगों में ड़र बैठ गया है. खबर है कि एक स्पीड बोट तेजी से आकर नीलकमल से टकरा गई थी जिस कारण नीलकमल डूबने लगी.
नेवी अनुसार जो स्पीड बोट बोट नीलकमल से टकराई थी वह नई बोट थी. उसका ट्रायल किया जा रहा था. बोट में खराबी के बाद पायलट का नियंत्रण छूट गया और नील कमल से टकरा गई. स्पीड बोट पर सवार नेवी के तीन जवानों की भी मौत हो गई.