मुंबई की हवा हुई जहरीली, खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण सूचकांक

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरनाक स्तर पर पहुंचने से मुंबई की हवा जहरीली हो गई है. वायु प्रदूषण रोकने के लिए बीएमसी के तमाम प्रयास फेल हो गए हैं. पिछले वर्ष वायु प्रदूषण खराब होने के बाद बीएमसी ने की ऑन गोइंग प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी थी, लेकिन इस वर्ष मुंबई की हवा बेहद खराब होने के बाद भी एक भी प्रोजेक्ट पर रोक नहीं लगाया है. इससे बीएमसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं. (Mumbai’s air becomes poisonous, air pollution index reaches dangerous levels)
इन स्थानों पर खराब हुई हवा
गुरुवार को बोरीवली में एक्यूआई स्तर 304 को भी पार कर गया. दिन में हवा में धूल मिश्रित प्रदूषण के कारण धुंध भरा अंधेरा छाया रहा. हवा इतनी खराब रही की 100 मीटर दूरा इमारतें भी धुंधली दिखाई दे रही थी. समीर एप पर दिन में बोरीवली का एक्यूआई 304, गोवंडी 221, मझगांव 216 वर्ली 201 और कुलाबा का एक्यूआई स्तर 245 दिखा रहा था. एक्यूआई का बढ़ता स्तर स्वास्थ्य के लिए खतरा बन गया है.
दो दिन में 1.53 लाख जुर्माना
बीएमसी के अनुसार वायु गुणवत्ता में सुधार के 28 प्रोजेक्ट को नोटिस दी गई है. मुंबई में सड़कों की सफाई की जा रही है. प्रदूषण फैलाने वालों से बुधवार को 56,700 रूपए जुर्माना वसूला गया जबकि गुरूवार को 97,100 रूपए वसूले गए. हालांकि बीएमसी की यह कार्रवाई प्रदूषण रोकने के लिए ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. यानी बीएमसी दो दिन में 1,53,800 रुपए जुर्माना ही वसूल सकी.
लचर नियमों से नहीं रुक रहा प्रदूषण
वायु प्रदूषण रोकने के लिए बीएमसी द्वारा बनाए गए नियम इतने लचर हैं कि इससे वायु प्रदूषण फैलाने वालों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. नियम के अनुसार यदि किसी साइट पर नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है तो उसे 15 दिन के अंतराल पर दो बार बार नोटिस दी जाती है. इसके बावजूद यदि संबंधित निर्माण स्थल पर नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो प्रतिदिन 1000 रुपए जुर्माना वसूला जाता है. यानी 10 दिन की लापरवाही पर 10,000 जुर्माना कोई प्रोजेक्ट का ठेकेदार आसानी से भुगतान कर काम शुरू रखता है. वे बीएमसी के नियमों का धड़ल्ले से दुरुपयोग कर रहे हैं और बीएमसी केवल नोटिस देकर मुंबईकरों को बीमार बना रही है.