मझगांव में लगी महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने किया अनावरण

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मझगांव स्थित जीएसटी मुख्यालय के सामने महाराणा प्रताप चौक पर महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने किया. यह प्रतिमा वार्ड नंबर 209 में स्थापित की गई है जिसके नगरसेवक स्थायी समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव हैं.
प्रतिमा के अनावरण पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराणा प्रताप का नाम भारत के इतिहास में अजर अमर है. उनका अपने स्वभिमान, शौर्य, पराक्रम से जिस तरह मातृभूमि की रक्षा की उसे कभी नहीं भुलाया जा सकता. तेजस्वी राजा की केवल प्रतिमा लगाकर न रुकें उनके विचारों का जतन करने आगे ले जाने की जिम्मेदारी भी हम सभी की है.

घोड़े पर सवार महाराणा प्रताप की प्रतिमा ही नहीं लगाई गई बल्कि चौक का सौंदर्यीकरण भी किया गया है. उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से यशवंत जाधव प्रतिमा उद्घाटन करने के लिए हमसे आग्रह कर रहे थे. यह संयोग ही है कि शिवसेना प्रमुख के जन्मदिन पर यह अवसर मिला है.
विरोधियों पर बरसे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री कहां हैं? यह सवाल बार -बार हमारे विरोधी पूछ रहे हैं. मैं घर से बाहर नहीं निकलता हूं इसका मतलब मैं असमर्थ हूं,विरोधी ऐसा समझने की भूल न करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ऑपरेशन के बाद मैं घर से बाहर नहीं निकल रहा हूं. इसका मतलब यह नहीं है कि मैं असमर्थ हूं. मेरे हाथ में तलवार नहीं है इसका मतलब यह न समझें कि मुझे तलवार चलाना नहीं आता. मैं बालासाहेब ठाकरे का पुत्र हूं जरुरत पड़ने पर तलवार भी चला सकता हूं. जहां जरुरत होती है मैं जाता हूं. शिवसेना प्रमुख के आशिर्वाद से हमारे सभी शिवसैनिक आदित्य ठाकरे के साथ हैं. शिवसेना प्रमुख के जन्मदिन पर हमने महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया है. प्रतिमा तो कहीं भी लगाया जा सकता है लेकिन हम किसके वारिस का जतन कर रहे हैं सोचना चाहिए. यशवंत जाधव ने यह दिखाया है कि किसके वारिस का जतन करना है. इस अवसर पर आदित्य ठाकरे सहित विधायक यामिनी जाधव और शिवसेना के नेता उपस्थित थे.
ऐसा बना है महाराणा प्रताप का पुतला
वार्ड क्रमां 204 में महाराणा प्रताप चौक का सौंदर्यीकरण कर वहां पर महाराणा प्रताव का घोडे पर सवार प्रतिमा लगाई गई है.
धुलिया के शिल्पकार सरमद शरद पाटील ने महाराणा प्रताप के पुतले का निर्माण किया है.
20 फुट उंचे चौक पर 16 फुट उंची प्रतिमा लगी है.
कांस्य निर्मित प्रतिमा का वजन 4.5 टन है. चौक के तीनों तरफ महाराणा प्रताप के जीवन पर आधिरित शिल्प चित्र भी उकेरा गया है.

अश्वारुढ़ महाराणा प्रताप की प्रतिमा केवल शिल्प नहीं है. उनके शौर्य, त्याग, बलिदान और स्वाभिमान का जतन है. हमें उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए.
यशवंत जाधव ,शिवसेना नगरसेवक




