POP से गणपति मूर्ति बनाने पर अड़े मूर्तिकार, समाधान निकालने की मांग
राजीव गांधी साइंस एंड टेक्नोलॉजी करेगा पीओपी पर रिसर्च, सरकार को पेश करेगी रिपोर्ट

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र में प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) से गणेश मूर्तियां बनाने और विसर्जन पर लगी रोक के खिलाफ मूर्तिकारों ने आंदोलन छेड़ दिया है। मूर्तिकार पीओपी से गणेश प्रतिमाओं के निर्माण पर अड़े हैं। उनका कहना है कि यदि इस पर रोक नहीं हटाई गई तो इससे जुड़े 2 लाख परिवार भुखमरी के शिकार हो जाएंगे। मूर्तिकारों ने राज्य सरकार से इस गंभीर मुद्दे पर समाधान निकालने की मांग की है। वहीं राज्य सरकार ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए राजीव गांधी साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष अनिल काकोडकर को समिति का गठन कर पीओपी से होने वाले नुकसान और फायदे का अध्ययन कर रिपोर्ट देने का आग्रह किया है। डॉ अनिल काकोडकर ने समिति गठित करने का आश्वासन दिया है। (Sculptors are adamant on making Ganpati idols from POP, demand for a solution)
मंगलवार को परेल के नरे पार्क में अखिल महाराष्ट्र मूर्तिकारों का महासम्मेलन आयोजित किया था। इस सम्मेलन में महाराष्ट्र से 3000 से अधिक मूर्तिकारों ने पीओपी पर लगाए गए प्रतिबंध का विरोध किया। मूर्तियों का निर्माण लाखों गणेश भक्तों की आस्था का विषय है। सम्मेलन में आए रसायन विज्ञान के विशेषज्ञ डॉ जयंत गाडगिल ने कहा कि यह कहना कि केवल पीओपी से प्रदूषण फैल रहा है गलत है। समुद्र या पानी में डाले जाने किसी भी पदार्थ से प्रदूषण फैलता है। प्रदूषण फैलने के लिए अकेले पीओपी को जिम्मेदार नहीं माना जा सकता।
उन्होंने कहा कि शाडू मिट्टी में आठ प्रकार के हानिकारक तत्व पाए जाते हैं जबकि पीओपी में केवल दो प्रकार के हानिकारक तत्व पाए जाते हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एक तरफ कहता है कि मिट्टी की मूर्तियां बनाएं, क्या इसका गहनता से अभ्यास किया गया है? उन्होंने कहा कि पीओपी का पुनः उपयोग किया जा सकता है। इसलिए यह कम हानिकारक है। पीओपी में सल्फर और कैल्शियम को छोड़ दें तो इसमें 85 प्रतिशत मिट्टी होती है।

महासम्मेलन को सूचना एवं टेक्नोलॉजी मिनिस्टर आशीष शेलार,महिला बाल विकास मंत्री अदिती तटकरे, पूर्व विधायक दगडू सकपाल, डॉ जयंत गाडगिल, फिल्म अभिनेता सुशांत शेलार , जितेन्द्र राऊत एवं मूर्तिकारों ने संबोधित किया।
मुंबई हाईकोर्ट ने जनवरी महीने में पीओपी की मूर्तियों पर सीपीसीबी द्वारा जारी की गई गाइड लाइन को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया है। जिसके बाद बीएमसी ने इस वर्ष पीओपी की मूर्तियों के निर्माण पर रोक लगा दी है। इस निर्णय के खिलाफ मूर्तिकार आंदोलित हैं। वे किसी भी हाल में पीओपी से मूर्ति बनाने पर अड़े हैं।
मंत्री आशीष शेलार ने कहा कि कुछ लोग हिंदुओं के त्योहारों को लेकर षड्यंत्र कर रहे हैं। हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे। राज्य में हमारी सरकार हिंदू त्योहारों के साथ अन्याय नहीं होने देगी। शेलार ने कहा कि हम यहां आने से पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात करके आए हैं। पीओपी से गणेश मूर्तियों के निर्माण पर लगी रोक के लिए हल निकालना का प्रयास कर रहे हैं। हमने राजीव गांधी साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष डॉ अनिल काकोडकर को पत्र लिख कर पीओपी पर अभ्यास करने का आग्रह किया है। उन्होंने हमें सहयोग करने का आश्वासन दिया है। डॉ काकोडकर समिति का गठन कर अभ्यास के रिपोर्ट सौंपेंगे। जिसे हाईकोर्ट के समक्ष रखा जाएगा।