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FSSAI ने देश भर में कराई 702 खाद्य पदार्थ नमूनों जांच, पनीर में मिले सबसे ज्यादा मिलावटी विषाक्त पदार्थ

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई। घरों में होटलों में और पार्टियों में बड़े चाव से पनीर खाने वालों को सावधान हो जाना चाहिए। FSSAI देश भर में 702 खाद्य पदार्थ के नमूनों की जांच कराई थी जिसमें सबसे ज्यादा मिलावटी विषाक्त पदार्थ पनीर में पाया गया है। बिना जांच किए पनीर खाने वालों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ सकता है। (FSSAI conducted tests on 702 food samples across the country, most of the adulterated toxic substances were found in Paneer)

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा देशभर से लिए गए 702 खाद्य नमूनों की जांच में पनीर सबसे अधिक मिलावटी उत्पाद पाया गया। जांच में पाया गया कि पनीर में स्टार्च, डिटर्जेंट, यूरिया और अन्य हानिकारक पदार्थ मौजूद थे, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते थे।

एफएसएसएआई ने देश भर के बाजारों, दुकानों और डेयरियों से खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्र किए। पनीर के नमूनों में सबसे अधिक मिलावट पाई गई। कुछ नमूनों से यह भी पता चला कि पनीर नकली था, जिसमें दूध की जगह रसायनों का इस्तेमाल कर बनाया गया था। इसके अलावा, कुछ पनीर के नमूनों में पानी और स्टार्च की मात्रा अधिक पाई गई, जिससे उसका पोषण मूल्य कम हो गया।

विशेषज्ञों के अनुसार मिलावटी पनीर खाने से पाचन संबंधी विकार, एलर्जी और दीर्घकालिक बीमारियां हो सकती हैं। यह विशेषकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक है। एफएसएसएआई ने उपभोक्ताओं को सतर्क रहने और पनीर खरीदते समय उसकी शुद्धता की जांच करने की सलाह दी है। एफएसएसएआई ने मिलावटी निर्माताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। इसके अलावा, उपभोक्ताओं को ब्रांडेड और प्रमाणित पनीर खरीदने की सलाह दी जाती है।

2025 के बीच नियमित गुणवत्ता जांच के दौरान जांचे गए 702 खाद्य नमूनों में से पनीर मिलावटी वस्तुओं की सूची में सबसे ऊपर था। चौंकाने वाली बात यह है कि पनीर के 83%, नमूने निर्धारित खाद्य सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं कर पाए और उनमें से 40% को मानव उपभोग के लिए असुरक्षित माना गया। ये निष्कर्ष एक व्यापक पहल का हिस्सा थे जिसमें 2721 निरीक्षण और 520 छापों के बाद जमा नमूनों की जांच में खुलासा हुआ।
 जबकि अनाज आधारित उत्पाद में 79 अनाज नमूनों की जांच में से 36 मानक पर खरे नहीं उतरे। अधिकारियों का ध्यान डेयरी से आगे बढ़ कर आटा, चावल और अनाज जैसे रोजमर्रा के मुख्य खाद्य पदार्थों से संभावित खतरों से निपटने में लगा रहे हैं।
यह मुद्दा राष्ट्रीय चिंता का विषय बन गया है, तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मिलावटी पनीर के सेवन से पाचन संबंधी समस्याओं औट खाद्य विषाक्तता से लेकर रासायनिक संदूषण के कारण अंग क्षति जैसे दीर्घकालिक प्रभाव जैसी गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं हो सकती हैं।
ऐसे करें असली नकली पनीर की जांच 
असली पनीर थोड़ा नरम और भुरभुरा होना चाहिए। यदि पनीर की बनावट बहुत चिकनी या रबड़,  प्लास्टिक जैसी लगे, तो यह नकली हो सकता है।
गरम पानी से जांच: पनीर के एक टुकड़े को गरम पानी में डालें। यदि यह रबड़ जैसा हो जाए, तेल छोड़े अथवा पानी की सतह पर असामान्य लेयर बन जाए, तो इसे खाने से बचना चाहिए।
जला कर जांचें: ध्यान से पनीर का एक छोटा सा हिस्सा जलाएं।अगर उसमें से प्लास्टिक जैसी गंध आती है, तो समझ लें कि उसमें सिंथेटिक (साबुन या यूरिया) पदार्थ मिला हुआ है।

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