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महाराष्ट्र में रह रहे 5023 पाकिस्तानी नागरिकों में से केवल 51 नागरिकों के पास वैध वीजा, 107 तो हो गए लापता

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में चार दिन पहले हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष भारतीय पर्यटक मारे गए थे। पहलगाम की बैसरन घाटी में घूमने गए पर्यटकों पर आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की थी । उनका धर्म पूछा और जो हिन्दू थे उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। सेना इन आतंकवादियों की घने जंगलों में तलाश कर रही है। सेना को एक गुफा में 5 एके 47 राइफल सहित बड़ी संख्या में गोला बारुद मिला है। पहलगाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध के बादल मंडराने लगे हैं। इसके बाद केंद्र सरकार ने भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल इस संबंध में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की। इस बीच पता चला कि महाराष्ट्र में कुल 5,023 पाकिस्तानी हैं । चौंकाने वाली बात यह कि इनमें से केवल 51 नागरिकों के पास वैध वीजा है। 107 ऐसे पाकिस्तानी हैं जिनका कुछ पता नहीं चल रहा है। यानी वे लापता हो गए हैं। (Out of 5023 Pakistani citizens living in Maharashtra, only 51 have valid visas, 107 have gone missing)
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा आदेश जारी किए जाने के बाद राज्य प्रशासन काम पर जुट गया। राज्य सरकार पाकिस्तानियों की खोज शुरू कर दी है। इस तलाश के बाद जो आंकड़े सामने आए हैं वे चिंताजनक हैं। राज्य के 48 जिलों में 5,023 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। उनमें से केवल 51 के पास वैध दस्तावेज हैं। अब तक 107 लोग लापता हैं। सरकारी एजेंसियों को गायब हो गए पाकिस्तानियों को खोजने में सफल नहीं हो रही हैं। इससे यह सवाल उठने लगा है कि आखिर 107 पाकिस्तानी नागरिक कहां गए हैं, वे कौन हैं और वर्तमान में क्या कर रहे हैं। पाकिस्तानी नागरिकों को खोजने के लिए पुलिस का सर्च ऑपरेशन तेज हो गया है।
राज्य में कुल 5,023 पाकिस्तानी नागरिक रहते हैं। इनमें से लगभग आधे नागरिक उप-राजधानी नागपुर में रहते हैं। उनकी संख्या 2,458 है। ठाणे में 1,106 पाकिस्तानी नागरिक हैं। प्रशासन को पाकिस्तान से आए 107 नागरिकों का पता नहीं है। इनमें से 25 से 30 लोग नागपुर में रहते थे। लेकिन अब प्रशासन को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
ठाणे से 33 और रायगढ़ से 11 पाकिस्तानी नागरिक लापता हैं। जलगांव में 393, अमरावती में 117, नवी मुंबई में 239 और पिंपरी-चिंचवाड़ में 290 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। राज्य में 2,088 पाकिस्तानी नागरिक वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी अवैध रूप से रह रहे हैं। इससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है क्योंकि 107 पाकिस्तानी नागरिकों का पता अभी भी अज्ञात है।
राज्य में लगभग 4,000 पाकिस्तानी नागरिक दीर्घकालिक वीजा पर रह रहे हैं। इसमें बड़ी संख्या में सिंधी समुदाय के लोग शामिल हैं। विभाजन के बाद उनमें से अधिकांश पाकिस्तान में ही रह गये। लेकिन भारत की आज़ादी के बाद उन्होंने पाकिस्तान छोड़ दिया। तब से वह भारत में रह रहे हैं। सरकार द्वारा समय-समय पर उनके वीज़ा की अवधि बढ़ाई गई है।