‘महाराष्ट्र भूषण’ पुरस्कार को लगा कलंक, सरकार की लापरवाही, मृतकों का आंकड़ा छुपा रही सरकार: अजीत पवार
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ एमजीएम अस्पताल में जाना घायलों का हाल

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
पनवेल: महाराष्ट्र भूषण (Maharashtra Bhushan) पुरस्कार महाराष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. डॉ अप्पा साहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार दिया उसको लेकर सभी संतुष्ट थे लेकिन सरकार की लापरवाही की वजह से लोगों की मौत बहुत कष्टकारी है. कामोठे के एमजीएम अस्पताल में मरीजों का हालचाल जानने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और विरोधी पक्ष नेता अजीत पवार (Ajit pawar) ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया. अजीत पवार ने कहा कि सरकार मृतकों का आंकड़ा छुपा रही है. (Maharashtra Bhushan’ award tarnished, government’s negligence, government hiding figure of dead: Ajit Pawar)
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और हमने कोरोना मरीजों का आंकड़ा नहीं छुपाने का निर्णय लिया था, लेकिन यह सरकार ‘महाराष्ट्र भूषण’ पुरस्कार के दौरान हुए हादसे में मृतकों का आंकड़ा छुपाने का आरोप लगाया. पवार ने कहा कि कितने लोग बीमार हुए कितने की मौत हुई कुछ भी नहीं बताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों को आईसीयू में भर्ती किया गया है. सभी की जान की चिंता की जानी चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अस्पताल में भर्ती लोगों के इलाज में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए. इस हादसे की जांच होनी चाहिए. कड़ी धूप में लोगों को रखा गया, पानी की उचित व्यवस्था थी कि नहीं, किसकी लापरवाही से यह हादसा हुआ इन सबकी जांच की जानी चाहिए.