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मुंबई पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का किया भंडाफोड़, कई अपराधी गिरफ्तार

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई। डिजिटल अरेस्ट कर लोगों के बैंक एकाउंट खाली करने अंतर्राज्यीय गिरोह का मुंबई पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस मामले पुलिस ने 6 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ,(Mumbai Police busts inter-state gang involved in digital arrests, several cyber criminals arrested)
 अभियुक्तों ने 25 सितंबर को  दोपहर 15:57 बजे 28 सितंबर दोपहर तक एक व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट कर 70 लाख रुपए बैंक से निकाल लिए।  विनीता शर्मा 929669223 2) प्रेमकुमार गौतम  8763169195  और सदानंद ने 7386375995 स्वयं को एटीएस कंट्रोल रूम नई दिल्ली और स्थित राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी बन कर कॉल किया। पीड़ित को बताया कि तुम्हारे उपर पी.एम.एल.ए. के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अभियुक्तों ने  प्रकरण में संलिप्त होने का नाटक कर परिवादी के बैंक खाते फ्रीज करने की धमकी दी गई तथा मोबाइल व्हाट्सएप वीडियो कॉल के माध्यम से स्वयं को पुलिस बताकर परिवादी को डराया धमकाया गया। ठगे जाने का अहसास होने पर शिकायतकर्ता ने शिवडी के रफी अहमद किदवई मार्ग पुलिस स्टेशन में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66 (ए) और 66 (डी) के तहत  मामला दर्ज कराया।
  पनवेल में भी बुजुर्ग को रखा डिजिटल अरेस्ट 
 जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने  रायगढ़ के पनवेल निवासी 68 वर्षीय व्यक्ति को भी एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप वॉयस कॉल और वीडियो कॉल कर पहलगाम आतंकवादी हमले में नाम आने की बात कही और ड़रा धमका कर 40 लाख रुपए की मांग की , बुजुर्ग को डिजिटल गिरफ्तारी में रखा गया। लेकिन बुजुर्ग के एक रिश्तेदार के कारण ठगी होने से बच गई। शिवडी में ठगी की खबर प्रकाशित होने पर परिवार में एम आर ए मार्ग पुलिस से संपर्क कर पूरे घटनाक्रम को साझा किया था।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो एक के बाद एक सुराग हाथ लगते गए।  जांच अधिकारी और टीम, साइबर अधिकारी की मदद से, लगभग 15 खातों को फ्रीज किया गया और 10,90,000 रुपए की राशि को सफलतापूर्वक फ्रीज किया। जांच में यह पाया गया कि उक्त अपराध में वांछित आरोपी गुजरात और राजस्थान में थे, वांछित आरोपियों की तलाश और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए तीन पुलिस टीमों को उक्त स्थानों पर भेजा गया था। यद्यपि वांछित आरोपी बार-बार अपना स्थान बदल रहा था, तकनीकी जांच के बाद, अपराध में वांछित 3 आरोपियों का पता चला और शेष आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
1) सुरेश कुमार मगनलाल पटेल, (51) 
2) मुसरान इकबालभाई कुंभार, (30) 
3) चिराग महेशभाई चौधरी, (29) 
4) अंकित कुमार महेशभाई शाह (40) 
5) वासुदेव उर्फ ​​विवान वालजीभाई बारोट (27) 
6) युवराज उर्फ ​​मक्को लक्ष्मण सिंह सिकरवार;(34)
पुलिस के अनुसार यह अपराधी  पिछले दो-तीन वर्षों से साइबर धोखाधड़ी से संबंधित गतिविधियों में संलिप्त है और अब तक एक बार भी पकड़ में नहीं आए थे।
साइबर अपराध में शामिल आरोपियों को साइबर की धाराओं में छह महीने से एक वर्ष की अवधि ी सजा हो सकती है। अपराध की जांच से पता चलता है कि अपराध का दायरा बड़ा है और अब तक निम्नलिखित राज्यों में साइबर अपराध दर्ज किए गए हैं।
 इन शहरों में किए 31 अपराध 
महाराष्ट्र मुंबई, बेंगलुरु शहर, कर्नाटक,  भोपाल शहर मध्य प्रदेश, सिटी कमिश्नरेट आगरा, उत्तर प्रदेश,  तमिलनाडु, झारखंड,) तेलंगाना, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा,  केरल, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में 31 अपराध करने की बात स्वीकार की है।

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